67वीं बीपीएससी पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए गए डीएसपी रंजीत रजक के मनिहारी केवाला हंसवर स्थित घर पर शनिवार को डीएसपी जाकिर हुसैन के नेतृत्व में आर्थिक अपराध इकाई की टीम छापेमारी करने पहुंची. टीम ने उसके घर और पेट्रोल पंप की भी जांच की.
आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस पटना – 14 के डीएसपी रंजीत कुमार रजक को इससे पहले पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर चुकी है. वह अभी न्यायिक हिरासत में है. गृह विभाग बिहार सरकार ने इस घटना के बाद उसे निलंबित कर दिया है.
बीपीएससी पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपित और गया के रामशरण सिंह इवनिंग कॉलेज डेल्हा के प्राचार्य सह केंद्राधीक्षक रहे शक्ति कुमार के साथ डीएसपी रंजीत कुमार रजक के सांठ-गांठ के आरोप है. शक्ति कुमार ने ही बीपीएससी के प्रश्नपत्र की स्कैनिंग कर वाट्सअप के माध्यम से उसे लीक किया था.
बीपीएससी पेपर लीक मामले की जांच में डीएसपी रंजीत रजक की भी संलिप्तता भी सामने आयी थी. इसके बाद ही उनकी गिरफ्तारी की गयी. इस मामले में यह 17वीं गिरफ्तारी है. इओयू टीम आज शनिवार को केवाला हंसवर, पटना और अररिया में एक साथ छापेमारी कर रही है. डीएसपी पर आय से अधिक संपत्ति का मामला भी है.
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इओयू के प्रेस नोट के अनुसार डीएसपी के पास आय से लगभग 81.9 प्रतिशत की अधिक की संपत्ति है. मनिहारी के केवाला में उसके घर और पेट्रोल पंप पर जांच चल रही है. छापेमारी के वक्त निलंबित डीएसपी की मां घर पर नहीं थी. घर पर ताला लटका हुआ था. सूचना पर वह पहुंची. इसके बाद घर पर जांच शुरू हुआ.