बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2023 बुधवार को समाप्त हो गयी. समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि पूरे देश में यह पहला बोर्ड है, जिसने सबसे पहले इंटर व मैट्रिक परीक्षा का सफल आयोजन किया और रिजल्ट भी समय पर जारी कर दिया जायेगा. ताकि कंपीटीशन की परीक्षा में शामिल होने वाले इंटर के स्टूडेंट्स को परेशान न होना पड़े. इंटर के स्टूडेंट्स आराम से अन्य प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर सके.
आनंद किशोर ने कहा कि सरकार की बालिका शिक्षा नीति काफी सफल रही है. मैट्रिक परीक्षा में इस बार सबसे अधिक लड़कियां शामिल हुई है. इस बार मैट्रिक परीक्षा में लड़कों से 25,012 लड़कियां अधिक शामिल हुई. मैट्रिक परीक्षा में 16,37,414 परीक्षार्थी शामिल हुये, जिसमें 8,31,213 छात्राएं एवं 8,06,201 छात्र दोनों पालियों में शामिल हुए. बोर्ड ने इस परीक्षा के लिए 38 जिलों में 1500 केंद्र बनाये गये थे. परीक्षा में कुल 172 परीक्षार्थियों को नकल के आरोप में निष्कासित किया गया, वहीं, कुल 117 फर्जी परीक्षार्थियों को पकड़ा गया. इन सभी फर्जी परीक्षार्थियों पर कार्रवाई की गयी है.
आनंद किशोर ने कहा कि मैट्रिक उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन एक मार्च से शुरू होगा. 12 मार्च तक मूल्यांकन कार्य समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया है. होली के दौरान मूल्यांकन का काम नहीं होगा. इंटर का रिजल्ट मार्च में और मैट्रिक का रिजल्ट मार्च-अप्रैल तक जारी कर दिया जायेगा.
इंटर परीक्षा की उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन 24 फरवरी से शुरू हो जाएगा. इसके लिए 123 केंद्र बनाये गये हैं. इसके लिए 20,427 प्रधान परीक्षक व सहायक परीक्षक लगाये गये हैं. 10,302 एमपीपी (मार्क्स पोस्टिंग पर्सनल) की नियुक्ति की जायेगी. इसके साथ 1599 चेकर-मेकर की नियुक्ति की जायेगी. आनंद किशोर ने कहा कि निर्धारित समय पर मूल्यांकन कार्य समाप्त कर लिया जायेगा. कुछ विषयों के लिए एक-दो दिन मूल्यांकन तिथि बढ़ायी जा सकती है, लेकिन पांच मार्च तक मूल्यांकन कार्य समाप्त कर लेना होगा. इंटर के लिए 69,44,777 उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन होना है.
Also Read: पटना वासियों को जाम से मिलेगी मुक्ति, अनीसाबाद से AIIMS तक बनेगी एक और एलिवेटेड सड़क
मैट्रिक उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य एक मार्च से शुरू होगा. इसके लिए 172 मूल्यांकन केंद्र बनाये गये हैं. मूल्यांकन 12 मार्च तक चलेगा. 96,63,774 उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 27 हजार छह प्रधान व सहायक परीक्षकों को लगाया गया है. वहीं, 11,885 एमपीपी (मार्क्स पोस्टिंग पर्सनल) को लगाया जायेगा. मार्क्स को चेक करने के लिए 2236 मेकर-चेकर को लगाया गया है.
समिति के अध्यक्ष ने कहा कि मैट्रिक परीक्षा में परीक्षार्थियों को आधे घंटे पहले सेंटर के अंदर प्रवेश करना था. यह प्रयोग काफी सफल रहा. अब से सभी परीक्षाओं में आधे घंटे पहले परीक्षार्थियों को प्रवेश करना होगा. कुछ परीक्षाओं में एक घंटे पहले प्रवेश पर विचार किया जा रहा है.