Bihar: भागलपुर शहर से सटे सबौर प्रखंड के सुल्तानपुर भिट्ठी गांव में लोग कैंसर बीमारी की चपेट में पड़ रहे हैं. अक्टूबर 2022 में मिले आठ कैंसर मरीजों में से एक महिला मरीज की मौत हो गयी है. महिला को गर्भाशय में कैंसर था. वहीं, मुंह के कैंसर से पीड़ित एक सरकारी कर्मी की स्थिति काफी गंभीर हो गयी है. चिंता की बात यह है कि शेष बचे सात कैंसर मरीजों का इलाज बेहतर तरीके से नहीं हो रहा है.
कैंसर मरीज के आसपास रह रहे लोगों का कहना है कि मरीजों ने इलाज कराना छोड़ दिया है. वहीं, गांव में कैंसर मरीजों की जानकारी केंद्र व राज्य सरकार को देने वाले ग्रामीण व शिक्षक सुनील कुमार ने जो बताया वह काफी चिंता का विषय है. शिक्षक का कहना है कि शेष बचे कैंसर मरीजों ने इलाज छोड़ दिया है. जागरूकता के अभाव में न ही समय पर कीमोथेरेपी करा रहे हैं, न ही दवा का समय पर सेवन करते हैं. इनमें कुछ कैंसर मरीजों की बीमारी एडवांस लेवल पर पहुंच गयी है. बता दें कि यह गांव शराबबंदी से पहले शराब की भट्ठियों के धधकने के लिए क्षेत्र में जाना जाता था. शराबबंदी के बाद स्थितियां बदलीं, लेकिन गांव का नसीब नहीं बदला.
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सबौर के सुल्तानपुर भिट्ठी गांव के दास टाेला में कैंसर स्क्रीनिंग शिविर में मुंह, छाती, गर्भाशय व लीवर में कैंसर के मरीज मिले थे. इन्हें यह बीमारी अत्यधिक शराब, सिगरेट, बीड़ी के सेवन से हुआ है.
गांव के निवासी सुनील कुमार ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय व स्वास्थ्य विभाग बिहार को पत्र लिखकर गांव में कई कैंसर मरीजों के मिलने की सूचना दी थी. आवेदन में दास टोला के नौ लोगों की मौत कैंसर से होने का जिक्र है. वहीं, हाल ही में एक मौत के बाद यह आंकड़ा 10 पर पहुंच गया. गांव के लोगों का कैंसर स्क्रीनिंग करने वाले जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ पंकज मनस्वी ने बताया कि सभी मरीजों का इलाज आइजीआइएमएस पटना में शुरू हुआ था. हाल ही में एक मरीज की कीमोथेरेपी मायागंज अस्पताल में कराया गया था.
Published By: Thakur Shaktilochan