सीबीआइ ने नौकरी के बदले जमीन (Land For Job) मामले में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है. नयी दिल्ली के राउंज एवेन्यू कोर्ट में सीबीआइ ने सोमवार को आरोप पत्र दाखिल किया. आरोप पत्र में पहली बार उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का नाम शामिल किया गया है. इसके पहले तेजस्वी यादव से सीबीआइ और इडी कई बार पूछताछ कर चुकी है. जांच एजेंसी की कार्रवाई से बिहार की राजनीति एक बार फिर से गर्म हो गयी है. जदयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने इसे लेकर केंद्र सरकार पर बड़ा हमला कर दिया है. उन्होने कहा कि आरोपपत्र दाखिल करने का समय, परिस्थियों को ध्यान में रखते हुए तय किया गया है. इन जांच एजेंसियों का इस तरह दुरुपयोग पहले कभी नहीं हुआ था.
सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव को अविलंब बर्खास्त करने की मांग की है. श्री मोदी ने कहा कि सीबीआइ द्वारा नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में पूरक आरोपपत्र दाखिल किया गया है. इसका संबंध विपक्षी एकता बैठक से नहीं है. इस मामले में लालू-राबड़ी के खिलाफ चार्जशीट बहुत पहले ही दाखिल हो चुकी है.उन्होंने कहा कि सारे दस्तावेज जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने ही तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को उपलब्ध कराये थे.
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जमीन के बदले नौकरी देने के इस मामले में यह दूसरा आरोप पत्र है. इसमें 14 अन्य लोगों के भी नाम शामिल किये गये हैं. अधिकारियों ने बताया कि पहला आरोप पत्र दाखिल होने के बाद सामने आये दस्तावेजों और सबूतों के आधार पर दूसरा आरोप पत्र दाखिल किया गया है.