पटना. भारत की सुरक्षा के लिए नेपाल बड़ा खतरा बनकर उभर रहा है. नेपाल के रास्ते पाकिस्तानी और चीनी जासूस भारत में घुसपैठ कर रहे हैं. भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पिछले कुछ वर्षों में कई ऐसे जासूसों को गिरफ्तार किया है. हाल में ही एक चार बच्चों की पाकिस्तानी मां नेपाल के रास्ते भारत में घुसी. उसके पास से चार पासपोर्ट बरामद हुए हैं. ताजा मामला ठाकुरगंज (किशनगंज ) है. यहां भारत नेपाल का पानीटंकी सीमा से एसएसबी के 41वीं बटालियन के जवानों ने अवैध रूप से भारत में प्रवेश करते समय एक चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया है. इस दौरान उसके पास से भारतीय मुद्रा 6330 और नेपाली मुद्रा 46860 रुपये भी जब्त किए गए हैं. पकड़े गए चीनी नागरिक का नाम पेंग योंगजिन (39वर्ष ) है. वह चीन के शांहेई, विहाई फेंग का रहने वाला बताया गया है.
नेपाली पासपोर्ट और नागरिकता पहचान पत्र दिखाया
एसएसबी सूत्रों से मिली जानकारी नियमित जांच के दौरान एक चीनी नागरिक को रोककर पूछताछ की और उसे अपना पहचान पत्र दिखाने को कहा गया. इसके बाद उक्त चीनी नागरिक पेंग योंगजिन ने नेपाली पासपोर्ट और नागरिकता पहचान पत्र दिखाया. जिसके सहारे वह भारत में प्रवेश करता, लेकिन एसएसबी जवानों ने उस पासपोर्ट की जांच की तो वह फर्जी निकला जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. एसएसबी की पूछताछ में पहले उसने खुद को नेपाल का नागरिक बताया है, लेकिन एसएसबी को शक है कि उसने धोखे से नेपाली पासपोर्ट उमेश योनजन के नाम से बनाया है.
नेपाली भाषा बोलने में सक्षम नहीं था
एसएसबी सूत्रों के मुताबिक वह नेपाली भाषा बोलने में सक्षम नहीं था.जिसके कारण एसएसबी को शक हुआ और उसके सामान की जांच की तो उसके पास से चीन मुल्क की कई सामान , एक फोटो और एक आईडी प्रूव भी बरामद हुआ. जिस पर उसका नाम पेंग योगजिन लिखा हुआ था.जिससे उसके चीनी नागरिक होने का प्रमाण था.लेकिन उसने इस संदर्भ में उसने एसएसबी को बताया कि यह उसका कैसीनो पहचान पत्र है, जिसका उपयोग वह काठमांडू नेपाल में कैसीनो में काम करने के लिए करता था.
पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है
बाद में पूछताछ के दौरान उसने स्वीकार किया कि वह एक चीनी नागरिक है और नेपाली अधिकारी को 3 लाख 50 हजार नेपाली रुपये की रिश्वत देकर धोखाधड़ी से नेपाली पासपोर्ट बनाया है. इसके बाद एसएसबी अपनी सारी कागजी कार्रवाई करने के बाद उक्त चीनी नागरिक को खोरीबाड़ी पुलिस के हवाले कर दिया.गुरुवार को खोरीबाड़ी पुलिस ने दिनांक 19.07.2023 यू / एस – 468/471 आईपीसी की धारा आर / डब्ल्यू सेक्शन 14 ए फॉरेनर्स एक्ट के तहत मामला दर्ज करने के बाद 14 दिन की रिमांड की अर्जी पर सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.
नेपाल के रास्ते चीनी जासूस भी कर रहे घुसपैठ
यह बात अब छुपी हुई नहीं है कि पाकिस्तानियों के अलावा, चीनी जासूस भी नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश कर रहे हैं. फरवरी में 26 वर्षीय चीनी नागरिक वांग गौजुन को नेपाल के रास्ते बिना वैध वीजा के भारत में घुसपैठ करने के आरोप में पकड़ा गया था. बाद में पता चला कि वह चीनी जासूस था. गौजून ने भारत में घुसपैठ करने के लिए पहले थाईलैंड का दौरा किया, फिर नेपाल गया और वहां से भारत में प्रवेश किया. 14 फरवरी, 2023 को उसने दिल्ली आने के लिए एक बस पकड़ी. दिल्ली में उसने कुछ प्रमुख प्रतिष्ठानों सहित कई स्थानों का दौरा भी किया. उसे लौटते समय 17 फरवरी को सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने लखीमपुर खीरी में गौरीफंटा-नेपाल सीमा पर गिरफ्तार कर लिया था.
भारत में बौद्ध बनकर रह रही थी चीनी महिला जासूस
इस मामले से पहले, अक्टूबर 2022 में, दिल्ली पुलिस ने हैनान प्रांत की मूल निवासी एक चीनी महिला कै रुओ को गलत पहचान के तहत भारत में रहने और कथित तौर पर जासूसी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में पकड़ा था. वह भारत में डोलमा लामा नामक नेपाली नागरिक के रूप में रह रही थी और बौद्ध होने का दावा करती थी, लेकिन जब पूछताछ की गई तो पता चला कि वह नेपाली भाषा भी नहीं बोल पाती थी. भारत में जांच अधिकारियों ने सूत्रों को बताया कि कै रुओ एक अच्छी तरह से प्रशिक्षित और चालाक महिला है. उसने जांच एजेंसियों को गुमराह करने के लिए दावा किया था कि चीनी कम्युनिस्ट नेता उसे मारना चाहते थे और इसलिए, वह भारत भाग आई थी. वह सुरक्षा एजेंसियों की जांच से बचने के लिए बौद्ध भिक्षु के रूप में अवैध रूप से भारत में रह रही थी. वह जासूसी कर रही थी और देश के खिलाफ साजिश रच रही थी. उसके पास फर्जी दस्तावेज, आईडी कार्ड मिले थे.