लोजपा सांसद चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति पारस के बीच तकरार जारी है. चिराग पासवान ने चाचा पारस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के फैसले को असंवैधानिक बताते हुए चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है. इधर, पशुपति पारस भी अपने चयन होने का ड्राफ्ट आयोग को सौंपेगा.
चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर मीडिया से बात करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि आज लोजपा के 5 सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात की. हमने आयोग के सामने अपनी बातें रखी है. हमने आयोग के संज्ञान में दिया है कि 2019 में लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव हुआ और मुझे ज़िम्मेदारी दी गई, हर 5 साल में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होता है. चिराग पासवान के साथ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अब्दुल खालिक और बिहार लोजपा के अध्यक्ष राजू तिवारी भी गए थे.
चिराग पासवान ने आगे कहा कि लोजपा की ओर से कुछ लोगों को पार्टी से निलंबित किया गया है, जिसमें 5 सांसद, 2 प्रदेश अध्यक्ष, 1 राष्ट्रीय महासचिव, 1 हमारी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं.ये लोग कहीं न कहीं पार्टी के नाम पर दावा करने का प्रयास कर रहे हैं. इसलिए हम चुनाव आयोग के सामने आए हैं.
इधर, पशुपति पारस ने कहा कि लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव संवैधानिक है. चिराग पासवान को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि हम भी चुनाव आयोग के। पास जाएंगे और अपना पक्ष रखेंगे. वहीं मोदी कैबिनेट विस्तार में शामिल होने के सवाल पर पारस ने कहा कि ये पीएम मोदी का फैसला होगा.
Posted By : Avinish Kumar Mishra