Congress President Election: कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार बने पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर को बिहार में भी निराशा ही हाथ लगी. शुक्रवार को वो पटना आए लेकिन हाल में पटना आए उनके प्रतिद्वंदी मल्लिकार्जुन खड़गे की तुलना में एयरपोर्ट से लेकर पार्टी कार्यालय तक का कार्यक्रम फीका ही रहा. थरुर से मिलने कार्यालय में दर्जन भर से भी कम डेलीगेट्स आए. जबकि डेलीगेट्स की कुल संख्या 594 है.
महज तीन दिन पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के दूसरे उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे पटना आये थे. सदाकत आश्रम में प्रदेश कांग्रेस के तकरीबन सभी बड़े नेता और डेलिगेट्स उपस्थित थे. हर कोई खड़गे का आवभगत करने में लगे थे, लेकिन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के उम्मीदवार शशि थरूर से मिलने की जहमत किसी कांग्रेसी नेता ने नहीं उठायी. सदाकत आश्रम में महज एक-दो अधिकारी ही उपस्थित थे. वो भी प्रोटोकॉल का पालन करने के लिहाज से वहां थे .
हालांकि शशि थरूर को भी ये उम्मीद जरुर थी कि उनके कार्यक्रम में कोई बड़े नेता उपस्थित नहीं रहेंगे, शायद इसलिए उन्होंने पत्रकारों से कहा कि नेताओं को कहीं से कोई निर्देश मिले हों. हालांकि, उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने दोनों उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने की शुभकामना दी है. सोनिया जी किसी एक के पक्ष में नहीं हैं. थरूर ने कहा कि कई प्रदेशों में गया हूं, लेकिन वहां कोई प्रदेश अध्यक्ष नहीं थे. मैं खुशी से साधारण कार्यकर्ताओं और डेलिगेट्स से मिला रहा हूं.
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बता दें कि शुक्रवार सुबह ही प्रभात खबर डिजिटल ने कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने शशि थरूर के आगमन और उनकी नाराजगी पर बात की थी. जिसपर अजीत शर्मा ने कहा था कि उनकी तारीख आज कोर्ट में है इसलिए वहां नहीं रहेंगे. जबकि साफ शब्दों में कहा कि इसमें डेलिगेट्स को शामिल होना है. वो जो तय करेंगे. पार्टी नेताओं को मंच पर जाने की अनुमति नहीं रहती है. दरअसल, कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के भाव साफ दिख रहे थे.
Posted By: Thakur Shaktilochan