बिहार में सात एनएच (राष्ट्रीय राजमार्ग) निर्माण परियोजनाएं इस साल के अंत तक पूरी हो जाएंगी. इसमें नरेनपुर-पूर्णिया एनएच , मझौली-चोरौत एनएच, पिपराकोठी-मोतिहारी-रक्सौल एनएच, पटना रिंग रोड का कन्हौली से रामनगर तक का हिस्सा, आरा-मोहनिया एनएच, बख्तियारपुर-मोकामा एनएच और बख्तियारपुर-रजौली एनएच शामिल हैं. इन सभी का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है. इन सभी के बन जानें से राज्य के लाखों लोगों को आवागमन में सुविधा होगी. साथ ही पश्चिम बंगाल, झारखंड और नेपाल से बेहतर कनेक्टिविटी भी विकसित होगी. इससे राज्य का आर्थिक और सांस्कृतिक विकास होगा. इन सभी परियोजनाओं का निर्माण कर रही एजेंसियों से इस साल के अंत तक हर हाल में कार्य पूरा करने को कहा गया है.
नरेनपुर-पूर्णिया एनएच
नरेनपुर-पूर्णिया फोरलेन एनएच का निर्माण करीब 49 किमी लंबाई में करीब 1905 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है. इसका निर्माण 18 मार्च 2021 को शुरू हुआ था. इस सड़क में जमीन सहित अन्य कोई समस्या नहीं है. इसका निर्माण अंतिम चरण में है और इसे इसी साल बनने की संभावना है. इस सड़क के बनने से सीमांचल के इलाके में आवागमन की सुविधा में बढ़ोतरी होगी.
मझौली – चोरौत एनएच
मझौली – चोरौत एनएच मुजफ्फरपुर- दरभंगा एनएच 57 खंड के मझौली, पुपुरी आदि इलाकों से होते हुए चोरौत तक जाएगी. यह सड़क चोरौत में एनएच 107 से जुड़ेगी. इस एनएच के निर्माण के बाद मझौली से नेपाल को जोड़ने वाली सड़क एनएच-527 सी से भी आने वाले वाहन के लिए मुजफ्फरपुर और पटना आना-जाना आसान हो जायेगा.
पिपराकोठी-मोतिहारी-रक्सौल एनएच
पिपराकोठी-मोतिहारी-रक्सौल फोरलेन एनएच-28ए और 527डी का निर्माण करीब 68.6 किमी लंबाई में करीब 400 करोड़ की लागत से अंतिम चरण में है. इसे इस साल के अंत तक पूरा होने की संभावना है. इस सड़क के बनने से नेपाल तक आावगमन की सुविधा बेहतर हो सकेगी. इस सड़क का निर्माण 2011 में शुरू हुआ था. पुराने ठेकेदार की लापरवाही के बाद उस पर कार्रवाई करते हुये उसे हटा दिया गया. बाद में नये टेंडर के माध्यम से निर्माण एजेंसी का चयन किया गया.
पटना रिंग रोड का कन्हौली से रामनगर तक का हिस्सा
पटना रिंग रोड का कन्हौली से रामनगर तक का 39 किमी लंबे हिस्से का निर्माण भी इसी साल पूरा होगा. इस छह लें की सड़क का निर्माण बिहटा के पास कन्हौली से रामनगर तक होगा. बता दें कि 130 किमी लंबे पटना रिंग रोड के निर्माण में 15 हजार करोड़ खर्च होंगे. इस सड़क का निर्माण वैशाली, सारण और पटना जिले में किया जायेगा. इससे पटना जिले से अन्य शहरों की कनेक्टिविटी बढ़ जायेगी. पटना पहुंचना आसान हो जायेगा. बिहटा से यह सड़क कुम्हरार व मसौढ़ी के बीच जायेगी. दिघवारा में इसमें गंगा नदी पर पुल बनेगा.
आरा-मोहनिया एनएच
आरा मोहनिया एनएच का निर्माण भी इसी साल पूरा हो जाएगा. करीब 117 किमी लंबे आरा-मोहनिया फोरलेन सड़क का निर्माण डो फेज में हो रहा है. पहले फेज में आरा से पररिया तक 56 किमी लंबी सड़क का निर्माण 886 करोड़ की लागत से हो रहा वहीं दूसरे फेज में पररिया से मोहनिया तक 856 करोड़ रुपये की लागत से 61 किमी लंबाई में सड़क का निर्माण हो रहा है. इस फोरलेन सड़क के बनने से बिहार के चार जिलों के लोगों का वाराणसी और पटना के बीच आवागमन सुगम हो जायेगा. इन जिलों में भोजपुर, बक्सर, रोहतास और कैमूर शामिल हैं. इससे पहले आरा-मोहनिया का पुराना नाम एनएच-30 था. इस सड़क की हालत बहुत खराब हो गयी थी.
बख्तियारपुर – मोकामा एनएच
पटना के बख्तियारपुर-मोकामा फोरलेन ग्रीनफील्ड एनएच-31 का निर्माण करीब 44.6 किमी लंबाई में इस साल के अंत तक पूरा हो जायेगा और गाड़ियां दौड़ने लगेंगी. इस सड़क के बनने से पटना से बख्तियारपुर होकर मोकामा, बरौनी, बेगूसराय व लखीसराय की तरफ आवागमन में सुविधा होगी. साथ ही लोगों को समय और ईंधन की बचत होगी. पटना से बख्तियारपुर तक फोरलेन निर्माण काफी पहले हो चुका है, लेकिन वह बख्तियारपुर तक सीमित है. बख्तियारपुर के पास एलिवेटेड सड़क का निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ है. अभी पटना के दीदारगंज में टाेल प्लाजा है, जहां से गाड़ियां फोरलेन पर प्रवेश करती हैं. लोग फोरलेन पर लगभग 45 किमी की दूरी तय करने के बाद बख्तियारपुर से मोकामा जाने के लिए पुरानी टू लेन सड़क का इस्तेमाल करते हैं.
बख्तियारपुर – रजौली एनएच
रजौली से बख्तियारपुर फोरलेन सड़क का तीन पैकेज में करीब 107 किमी लंबाई में निर्माण होना है. इसमें से दो पैकेज का करीब तीन हजार करोड़ की लागत से करीब 99 किमी लंबाई में निर्माण हो रहा है. इस सड़क के बन जाने से नवादा के लोगों का पटना और झारखंड आना-जाना आसान हो जाएगा.
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