Coronavirus Bihar Update: कोरोना नियमों की अनदेखी भागलपुर के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) के अधीक्षक डॉ अशोक कुमार भगत को भारी पड़ गयी. उन्हें तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया है. उनकी जगह पर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ असीम कुमार दास को अधीक्षक का प्रभार सौंप दिया गया है.
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत द्वारा बुधवार को जेएलएनएमसीएच यानि मायागंज अस्पताल का निरीक्षण किया गया. इस दौरान अस्पताल के कोविड वार्ड स्थित आइसोलेशन वार्ड का भी निरीक्षण किया गया. इसमें मरीजों के साथ उनके परिजन बिना किसी व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण के वार्ड में उपस्थित पाये गये थे.
प्रधान सचिव ने इसे गंभीर लापरवाही और कोविड नियमों के पालन नहीं करने को लेकर कार्रवाई की है. अधीक्षक द्वारा कोविड- 19 के निर्गत मानक संचालन नियमावली का पालन नहीं किया जिससे संक्रमण बढ़ने की आशंका है. इस लापरवाही के कारण अधीक्षक डाॅ अशोक कुमार भगत को तत्काल पद से हटाते हुए उपाधीक्षक को तत्क्षण प्रभार सौंप दिया गया.
निरीक्षण के बाद प्रधान सचिव ने मीडिया को बताया कि मैंने अस्पताल का मुआयना कर कोविड मरीजों से मुलाकात की. यहां की व्यवस्था से मैं बिल्कुल संतुष्ट नहीं हूं. कार्रवाई होगी. यहां और सुधार की आवश्यकता है. प्रथम दृष्टया देखने से लग रहा है कि मरीजों को दी जाने वाली सुविधा में व्यापक सुधार की जरूरत है और वह सुधार होगी. प्रधान सचिव ने दोपहर दो बजे यह बयान दिया था, वहीं पटना पहुंचकर चार बजे तक अस्पताल अधीक्षक को हटाने का पत्र जारी कर दिया गया.
प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत दोपहर एक बजे से पहले मायागंज अस्पताल पहुंचे. उनके साथ आये डीएम ने अस्पताल अधीक्षक समेत अन्य विभागों के एचओडी के साथ बैठक कर कोविड के मरीजों को मिल रही सुविधाओं का जायजा लिया. हालांकि निरीक्षण से पहले हुए इस बैठक में प्रधान सचिव को सब कुछ बेहतर होने की बात कही गयी, लेकिन जब प्रधान सचिव कोविड वार्ड का निरीक्षण करने पहुंचे, तो व्यवस्था की पोल खुल गयी.
Posted By: utpal Kant