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बिहार: साइबर शातिरों ने जेल आइजी का बनाया फर्जी व्हाट्सएप, जानिए फिर कैसे विधि पदाधिकारी से की लाखों की ठगी

Crime News: बिहार के पटना में साइबर बदमाशों ने जेल आईजी को अपना निशाना बनाया है. उनका फर्जी व्हाट्सएप बनाकर ठगी की है. विधि पदाधिकारी से लाखों की ठगी की घटना को अंजाम दिया गया है.

Crime News: बिहार में साइबर ठग लगातार लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. इसी कड़ी में पटना में साइबर बदमाशों ने जेल आईजी का फर्जी व्हाट्सएप बनाकर ठगी की है. विधि पदाधिकारी से लाखों की ठगी की घटना को अंजाम दिया गया है. साइबर बदमाशों ने जेल आइजी शीर्षस्थ कपिल अशोक का फोटो लगा कर फर्जी व्हाट्सएप बनाया और कारा एवं सुधार सेवाएं के विधि पदाधिकारी संजय कुमार कर्ण से 1.20 लाख की ठगी कर ली. उन्हें फर्जी व्हाट्सएप से मैसेज आया कि वह एक एप पर जाकर गिफ्ट कार्ड खरीद लें. शीर्षस्थ कपिल अशोक का फोटो डीपी में देख कर विश्वास हो गया. इसके बाद उन्होंने अपने बेटे को पैसा भेज कर कार्ड खरीदने को कहा. पहले दस- दस हजार का गिफ्ट कार्ड खरीदा और फिर लगातार कार्ड को खरीदने का आग्रह शीर्षस्थ कपिल अशोक के फर्जी व्हाट्सएप से किया जाने लगा. वह लगातार पैसा जमा करते रहे. इसके बाद लगातार एक ही तरह का मैसेज आने पर संदेह हुआ और जानकारी ली तो पता चला कि वह ठगी के शिकार हो गये हैं. इसके बाद संजय कुमार कर्ण ने साइबर थाने में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज करा दिया है. संजय कुमार दानापुर के सगुना मोड़ के रहने वाले हैं.


पार्ट टाइम जॉब का झांसा देकर 1.21 लाख की ठगी

साइबर बदमाशों ने अनिसाबाद के नंदी वाटिका अपार्टमेंट की रहने वाले सुरभि को पार्ट टाइम जॉब का झांसा दिया और 1.21 लाख की ठगी कर ली. उन्हें पहले तो लाभ दिया गया लेकिन बाद में कुछ न कुछ बताते हुए पैसे की मांग करते रहे. सुरभि ने भी अपने पैसे वापस लेने के चक्कर में 1.21 लाख गंवा दिया. बहादुरपुर के कस्तुरबा नगर निवासी दीपशिखा को भी यूट्युब वीडियो लाइक कर पैसा कमाने का झांसा देकर 96 हजार की ठगी कर ली. इसी प्रकार, भंखर पोखर पक्का कुआं निवासी अंकित राज को भी गुगल पर रिव्यू देने का काम कर लाखों कमाने का झांसा दिया और 4.13 लाख रुपये की ठगी कर ली. ठगी का शिकार बने लोगों ने साइबर थाने में शिकायत की है.

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जवानों का ब्लड टेस्ट करवाने का झांसा देकर की ठगी

सेना का अधिकारी बन कर जवानों का ब्लड टेस्ट करवाने का झांसा देकर साइबर बदमाशों ने सगुना मोड़ निवासी यशु आयुष से 35 हजार 700 की ठगी कर ली. इधर, निजी कंपनी में काम करने वाले एलेक्स राजन ने लॉरी की बुकिंग करने के लिए गुगल से ट्रांसपोर्टर का नंबर निकाला. उस नंबर पर कॉल किया और लॉरी को बुकिंग करने के एवज में 20 हजार रुपये पमेंट भी कर दिया. लेकिन बाद में ट्रांसपोर्टर व चालक का नंबर स्विच ऑफ हो गया. साइबर बदमाशों ने हेल्थ इंश्योरेंस सलाहकार बन कर भंवर पोखर निवासी मेंहदी हसन से एनी डेस्क एप डाउनलोड कराया और खाते से 97 हजार की निकासी कर ली. कंकड़बाग साउथ पोस्टल पार्क निवासी अनुप कुमार गुईन को साइबर बदमाशों ने एक लिंक भेजा. जिसे उन्होंने क्लिक कर दिया तो एसबीआइ यूनो एप खुल गया. उस पर यूजर आइडी व पासवर्ड डाला तो ओटीपी आया. ओटीपी डाला तो पैन नंबर डालने का पेज खुल गया. इस प्रकार कई प्रक्रिया की और खाते से 50 हजार रुपये की निकासी हो गयी. साइबर बदमाशों ने मोबाइल फोन हैक कर परसा बाजार के कुरथौल निवासी वीरेंद्र कुमार के खाते से 54 हजार की निकासी कर ली. पूर्वी पटेल नगर निवासी कृष्ण चंद्र झा को बिजली बिल अपडेट करने का झांसा दिया और दो बार में एक लाख रुपये की निकासी कर ली. उन्होंने साइबर थाने में केस दर्ज करा दिया है.

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साइबर बदमाशों ने 14.50 लाख की ठगी की

पटना के शास्त्रीनगर थाने के शेखपुरा मोड़ के पास रहने वाले रियल एस्टेट कंपनी के कर्मी संदीप कुमार को पार्ट टाइम जॉब का झांसा देकर साइबर बदमाशों ने 14.50 लाख की ठगी कर ली. संदीप कुमार ने शास्त्रीनगर थाने में मामला दर्ज करा दिया है. संदीप ने पुलिस को जानकारी दी है कि उनके टेलीग्राम अकाउंट पर पार्ट टाइम जॉब का मैसेज आया. उन्होंने मैसेज करने वाले से संपर्क किया और फिर गूगल पर प्रोडक्ट का रिव्यू करने पर पैसे मिलने की जानकारी मिली. इसके बाद उनसे पैसे निवेश कराये गये और 14.50 लाख रुपये की ठगी कर ली गयी.

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