बिहार के कई जिलों में मगरमच्छों का खौफ है. हाल-फिलहाल के दिनों में भागलपुर के लोग मगरमच्छ के खौफ में जी रहे हैं. सुल्तानगंज के बाद अब कहलगांव के बटेश्चर स्थान व आस-पास के इलाकों में मगरमच्छों का झुंड विचरण कर रहा है. इनमें घडियाल भी शामिल हैं. ये भूखे मगरमच्छ अब शिकार के लिए बाहर भी निकलते हैं. स्थानीय लोगों को शिकार बनाने की कोशिश भी कर चुका है. जिसके बाद अब छठ पर्व में लोग गंगा में उतरने से डर रहे हैं.
भागलपुर के कहलगांव स्थित बटेश्वर स्थान में भारी तादाद में श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए पहुंचते हैं. लेकिन पिछले दिनों जब यहां लोगों ने गंगा में मगरमच्छ को तैरते देखा तो उनके होश उड़ गये. लोग गंगा में उतरने से कतराने लगे.
दरअसल, श्रावणी मेला के दौरान सुल्तानगंज में गंगा में मगरमच्छ घाट तक पहुंच गया था. उसने शिकार की भी कोशिश की थी. अब कहलगांव में लोगों को पता चला कि यहां करीब आधे दर्जन मगरमच्छ व घडियाल विचरण कर रहे हैं. मगमच्छ व घड़ियाल का झुंड कहलगांव, बटेश्वर स्थान, एकचारी व घोघा के बीच गंगा की धार व गंगा से सटे बाढ़ के पानी से लबालब डूबे खेतों में घूम रहे हैं.
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मगरमच्छ का खौफ लोगों के अंदर समाया हुआ है. कुछ दिनों बाद अब छठ पूजा का आयोजन होना है. लेकिन अब लोग गंगा में उतरने को लेकर भयभीत हैं. कई लोग अब अपने घर में ही अर्ध्य की तैयारी कर रहे हैं. दरअसल, पिछले दिनों कुछ ऐसी घटनाएं हुई हैं जिसे लेकर लोग डरे हुए हैं. एक मगरमच्छ ने कुत्ते को तब अपना शिकार बना लिया जब वो पानी पीने के लिए नदी किनारे गया. पुराना कहलगाव श्मशान घाट के समीप ये घटना घटी थी जब मगरमच्छ ने तट पर पानी पी रहे एक कुत्ते को झपट कर गंगा में खींच लिया और साथ लेकर अंदर चला गया.
वहीं आठगांवा पन्नूचक पुरानी के घोघा नदी में मगरमच्छ ने एक व्यक्ति का शिकार करना चाहा और उसे खदेड़ दिया. वह किसी तरह अपनी जान बचाकर गांव तक भागा. मगरमच्छ ने शौच कर रहे एक व्यक्ति पर हमला बोल दिया. उसे भनक नहीं थी कि झाड़ी में मगरमच्छ छिपकर बैठा है और वो शिकार की तलाश में है. जबकि कई खेतों तक बाढ़ का पानी पहुंचा तो घड़ियाल लोगों के खेतों में भी देखे गये.
Posted By: Thakur Shaktilochan