ED Raid: लैंड फॉर जॉब मामले में ईडी के द्वारा शुक्रवार को लालू यादव के परिवार और करीबियों पर बड़ी कार्रवाई की गयी. राजद के पूर्व विधायक अबू दोजाना के अलावा तेजस्वी प्रसाद यादव, रागिनी यादव, हेमा यादव, चंदा यादव, अमित कत्याल, नवदीप सरदाना, प्रवीण जैन और अजय कुमार के यहां छापेमारी की गयी. जांच एजेंसी ने पटना, दिल्ली, रांची, मुंबई, यूपी व हरियाणा में ईडी ने एक साथ करीब 25 ठिकानों पर छापेमारी की. बताया जा रहा है कि इस छापेमारी में लालू यादव की बेटियों और तेजस्वी यादव के घर पर 70 लाख कैश, दो किलो सोना और 1900 डॉलर मिले. बरामद सोने में डेढ़ किलो जेवर और 540 ग्राम सोने का सिक्का है.
लालू यादव के परिवार समेत करीबियों की ठिकानों पर छापेमारी से विपक्ष एकजुट होकर भाजपा पर हमलावर हो गयी है. अबू दोजाना ने कहा कि भाजपा की तरफ से मुझे पार्टी में शामिल होने का ऑफर मिला था. जब मैं शामिल नहीं हुआ तो मुझपर कार्रवाई की जा रही है. वहीं, बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव एवं एजाज अहमद ने अपने संयुक्त वक्तव्य में सीबीआइ, इडी और आइटी का दुरुपयोग लोकतंत्र के लिए घातक बताया.
Also Read: ED रेड पर बोले लालू यादव, क्या इतने निचले स्तर पर हमसे लड़ेगी बीजेपी, गर्भवती बहू को 15 घंटे से बैठा रखा है
रेलवे में नौकरी के बदले जमीन का मामला उस वक्त का है जब लालू प्रसाद यूपीएएक सरकार में रेल मंत्री थे. आरोप है कि 2004-2009 के दौरान भारतीय रेलवे के विभिन्न जोन में समूह डी में विभिन्न व्यक्तियों को नियुक्त किया गया था और इसके बदले में उन्होंने अपनी जमीन तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों और एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड को स्थानांतरित की थी. सीबीआइ ने मामले में आपराधिक षड्यंत्र और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ एक आरोपपत्र दाखिल किया है और सभी आरोपितों को 15 मार्च को तलब किया गया है. इडी के पास यह मामला सीबीआइ ने भेजा था. इडी ने मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम की आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. इस मामले में सीबीआइ ने हाल ही में राजद के नेता लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी से पूछताछ की थी.