पटना. महावीरी झंडा यात्रा के दौरान बगहा और मोतिहारी जिले में सांप्रदायिक तनाव भड़काये जाने के मामले में बिहार पुलिस ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है. इन मामलों में अब तक बगहा पुलिस जिले में नौ जबकि मोतिहारी जिले में चार सहित कुल 13 एफआइआर दर्ज कराये गये हैं, जिनमें 80 उपद्रवियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है.
षड्यंत्र का खुलासा करेगी इओयू
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सोशल मीडिया के माध्यम से धार्मिक भावनाएं भड़काये जाने का मामला सामने आने पर बिहार पुलिस मुख्यालय ने बगहा साइबर थाने में दर्ज दो एफआइआर और बगहा नगर थाने में दर्ज एक एफआइआर की जांच का जिम्मा आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) को सौंप दिया गया है. अब इओयू की विशेष टीम इन मामलों की गहराई और तेजी से छानबीन कर सांप्रदायिक तनाव फैलाने के षड्यंत्र का खुलासा करेगी. इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया गया है.
71 आरोपियों की गिरफ्तारी
बिहार पुलिस के एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने सोमवार को नियमित ब्रीफिंग में इसकी जानकारी देते हुए बताया कि बगहा और मोतिहारी जिले में महावीर झंडा निकालने के दौरान दो समुदायों के बीच हुई झड़प मामले में आइपीसी, आइटी और षड्यंत्र की विभिन्न धाराओं में 13 एफआइआर दर्ज की गयी है. बगहा पुलिस ने 70 उपद्रवियों एवं सोशल मीडिया फेसबुक, इंस्टाग्राम तथा वाट्सअप पर अफवाह फैलाने वाले एक व्यक्ति सहित 71 आरोपियों की गिरफ्तारी की है.
इओयू ने इन केसों को अपने हाथ में लेकर जांच शुरू कर दी
सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने के मामले में बगहा नगर थाना में अंशु कुमार गुप्ता जबकि बगहा साइबर थाना में जुबैर अंसारी तथा रीत राय एवं अर्जित राय के खिलाफ तीन मामला दर्ज कराया गया है. इनके द्वारा षड्यंत्र कर सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से सांप्रदायिक भावनाएं भड़कायी गयी. इओयू ने इन केसों को अपने हाथ में लेकर जांच शुरू कर दी है.
9 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा चुका है
एडीजी मुख्यालय ने बताया कि मोतिहारी जिले के दरपा थाना, मेहसी और कल्याणपुर थाने में भी चार एफआइआर दर्ज हुई हैं, जिनमें 09 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि कल्याणपुर थाने में दर्ज झड़प के मामले में कोई सांप्रदायिक कोण सामने नहीं आया है. मोबाइल से वीडियो रिकॉर्ड करने को लेकर यह विवाद हुआ.
गुप्त सूचनाएं देने को जल्द बिहार पुलिस का टॉल फ्री नंबर होगा जारी
इधर, एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि बिहार पुलिस जल्द ही मुख्यालय स्तर पर टॉल फ्री नंबर जारी करेगी, जिस पर आम लोग किसी भी तरह की गुप्त सूचनाएं दे सकेंगे. वर्तमान में पुलिस का डायल-112 हेल्पलाइन इमरजेंसी नंबर कार्यरत है, जिस पर किसी भी घटना की सूचना दी जाती है.
वाट्सअप नंबरों पर भी संदिग्ध गतिविधियों की सूचनाएं दे सकते हैं
नये टॉल फ्री नंबर पर लोग अपने आसपास होने वाली संदिग्ध व असामाजिक गतिविधि, अवैध हथियार, शराब आदि से जुड़ी सूचनाएं दे सकेंगे. इसमें कॉल करने वालों की पहचान गुप्त रखी जायेगी तथा उनकी सूचनाओं का सत्यापन कर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने बताया कि आम लोग पुलिस अफसरों के सरकारी मोबाइल एवं वाट्सअप नंबरों पर भी संदिग्ध गतिविधियों की सूचनाएं दे सकते हैं.