पश्चिमी-उत्तरी बिहार विशेषकर तराई क्षेत्र में हो रही प्रचंड मॉनसूनी बारिश अब आफत बनती जा रही है. इस क्षेत्र की जबरदस्त बारिश से गंगा एक बार फिर उफान पर पहुंच सकती है. आइएमडी ने अलर्ट किया है कि उत्तरी बिहार में मध्यम से भारी बारिश लगातार जारी रहेगी. जल भराव चिंता का विषय बन सकता है. निचले इलाकों में जल भराव मुसीबत के हद तक पहुंच सकता है.
उत्तरी बिहार में प्रचंड बारिश का ही परिणाम है कि दक्षिणी बिहार में वर्षा न होने के बाद भी पूरे बिहार में शुक्रवार को औसतन करीब 34 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी. प्रदेश के 17 जिलों में 35 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई. इनमें 11 जिलों में भारी बारिश दर्ज की गयी है.
प्रदेश में करीब आधा दर्जन स्थान ऐसे रहे, जहां एक सौ पचास मिलीमीटर से लेकर 210 मिलीमीटर बारिश चौबीस घंटे के अंदर दर्ज की गयी है. पूरे प्रदेश में सामान्य से 110 फीसदी अधिक 401 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. मौसम के लिहाज से गजब की बात यह है कि उत्तरी बिहार में जहां बंगाल की खाड़ी में मॉनूसनी हवाएं 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं. वहीं दक्षिणी बिहार में उमस भरी पुरवैया हवा की उमस से बेचैन है.
प्रदेश के वह जिले जहां भारी बारिश दर्ज की गयी——-
जिला—— बारिश मिलीमीटर में
पश्चिमी चंपारण- 109
दरभंगा-97
सुपौल-93
मधुबनी- 84
शिवहर- 81
मधेपुरा- 68
पूर्वी चंपारण- 67
सीतामढ़ी- 66
किशनगंज -60
मुजफ्फरपुर -60
Posted By: Avinish Kumar Mishra