Flood Update: नेपाल में हुई बारिश से बिहार में बाढ़ जैसे हालात हो गए है. पूर्वी चंपारण के मोतिहारी में स्थित बंजरिया में बाढ़ ने दस्तक दे दी है. यहां बाढ़ जैसे हालात हो गए है और पानी फैलने लगा है. बीते दिनों से प्रखंड क्षेत्र व नेपाल में लगातार हो रही बारिश के कारण प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ ने दस्तक दे दी है. बुधवार संध्या से सेमरा स्टेशन से कपरसंदी जाने वाले मार्ग पर बाढ़ का पानी चढ़ गया. उक्त मार्ग पर एक फीट पानी बह रहा है. वही एनएच 28ए भेलाछपरा चौक से पाठक टोला होकर मोखलिसपुर-गोबरी जाने वाले मुख्य मार्ग में स्थित लचका पुल पर भी बाढ़ का पानी बह रहा है. बारिश के होने व नेपाल से आ रही पानी के कारण क्षेत्र होकर गुजरी दुधौरा, तिलावे, बंगरी व सिकरहना नदियां के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.
वहीं सिकरहना नदी में पानी बढ़ने के कारण मोखलिसपुर, कपरसंदी सहित अन्य गांव के खेतों में पानी फैलने लगा है. उक्त दोनों मार्ग पर पानी चढ़ने के बाद स्थानीय ग्रामीण अपना जान को जोखिम में डाल उसी रास्ते आवागमन करने को मजबूर हैं. पानी बढ़ने का सिलसिला अभी भी जारी है. स्थानीय बताते है कि बाढ़ का पानी सेमरा – कपरसंदी मार्ग व भेलाछपरा-मोखलिसपुर मार्ग के लचका पुल पर चढ़ गया है. बताया जाता है कि पानी काफी तेज गति के साथ बढ़ रहा है. सीओ मनीकुमार वर्मा ने जानकारी दी है कि पानी बढ़ रहा है. सभी जगहों पर निगरानी रखा गया है.
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मुजफ्फरपुर जिले में स्थित कटरा प्रखंड क्षेत्र में बागमती नदी के जलस्तर में आंशिक कमी होने के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है. बकुची, पतारी, नवादा, गंगेया सहित अन्य गांवों में समस्या जलजमाव से लोग परेशान हैं. बकुची निवासी बताते है कि जलस्तर में आंशिक कमी होने के पश्चात भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों के घरों से पानी नहीं निकल पाया है. स्थानीय लोग कहते है कि सरकार से बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए सूखा राहत देने की मांग की जायेगी. वहीं, सीओ मनोज प्रसाद ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र पर लगातार नजर रखी जा रही है. सरकारी आदेशानुसार बाढ़ पीड़ितों की मदद की जायेगी.
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मोतीपुर प्रखंड के अंजनाकोट भुड़कुरवा स्थित बूढ़ी गंडक नदी पर बने पुल के समीप हो रहे कटाव के कारण पुल पर खतरा मंडराने लगा है. पुल के उत्तरी छोर के पश्चिमी भाग में करीब दो सौ मीटर तक कटाव तेजी से हो रहा है. बावजूद विभागीय अभियंताओं की टीम अबतक स्थल निरीक्षण के लिए मौके पर नहीं पहुंची है. ग्रामीणों में विभाग के प्रति आक्रोश व्याप्त है. मालूम हो कि 15 दिनों पहुले हुई तेज बारिश से पुल का एप्रोच पथ धंस गया था, जिससे चारपहिया वाहनों का आवागमन ठप हो गया था. उक्त स्थल पर विभाग द्वारा अब तक मरम्मत नहीं करायी गयी है. बूढ़ी गंडक नदी में पानी का जल स्तर बढ़ने से कटाव तेजी से हो रहा है. ग्रामीण बताते है कि प्रशासन की लापरवाही से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों ने अविलंब कटाव स्थल पर मरम्मत कार्य करने और क्षतिग्रस्त पुल के अप्रोच पथ की मरम्मत की मांग की है.
गंगा नदी के जलस्तर में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. नदी का कई इलाकों में कटाव हो रहा है. पूर्वी चंपारण के सुगौली में सिकरहना नदी का कहर लगातार जारी है. सुगौली शहर के कई इलाके बाढ़ की चपेट में है. यहां थाना परिसर में भी पानी घुस गया. दूसरी ओर क्वार्टर में पानी घुस जाने के कारण अधिकारियों को अपने आवास को खाली करना पड़ा. डुमरिया घाट पर गंडक नदी का जलस्तर लाल निशान के पार है. यह लोगों की समस्या का कारण बना हुआ है. स्थानीय लोगों में इस कारण दहशत का माहौल है. इधर, सीतामढ़ी में बागमती के जलस्तर में उतार चढ़ाव लगातार जारी है.