Hindi Diwas 2022 : यदि आप कोई स्थानीय या अंग्रेजी भाषा का प्रयोग करते हैं. आप को हिंदी बोलने में संकोच होता है. तो ये जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण है. वर्ड लैंग्वेज डेटा बेस के अनुसार हिंदी दुनिया भर में बोली जाने वाली सर्वाधिक भाषाओं में तीसरे नंबर पर है. अंग्रेजी और चीन की भाषा मैंडरिन (मैंड्रेन) के बाद तीसरे नंबर पर हिंदी भाषा का स्थान है. भारत सहित पूरे विश्व में करीब 80 करोड़ लोग हिंदी का प्रयोग करते हैं. अब सोशल मीडिया के दौर में हिंदी और भी ग्लोबल हो रही है.
इंटरनेट पर हिंदी का सफर रोमन लिपि से शुरू होता है और फॉन्ट जैसी समस्याओं से जूझते हुए धीरे-धीरे यह देवनागरी लिपि तक पहुंचता है. यूनीकोड, मंगल जैसे यूनिवर्स फॉन्टों ने देवनागरी लिपि को कंप्यूटर पर नया जीवन प्रदान किया है. आज इंटरनेट पर हिंदी साहित्य से संबंधित करीब सत्तर से अधिक ई-पत्रिकाएं देवनागरी लिपि में उपलब्ध है. इनमें अभिव्यक्ति, अनुभूति, रचनाकार, हिंदी नेस्ट, कविताकोश, संवाद आदि ई पत्रिकाएं इंटनेट पर अपनी छटा बिखेर रही हैं.
आज हिंदी के पंद्रह से भी अधिक सर्च इंजन है जो किसी भी वेबसाइट का चंद मिनटों में हिंदी अनुवाद कर पाठकों तक पहुंचा देते हैं. गूगल, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम जैसे सोशल नेटवर्किंग साइट भी हिंदी में उपलब्ध है. इनमें सबसे अधिक हिंदी भाषा का इस्तेमाल ट्वीटर पर किया जा रहा है. इसमें प्रोफेसर, डॉक्टर, राजनेता, अभिनेता, समाजिक कार्यकर्ता, खिलाड़ी आदि सभी ट्वीटर का प्रयोग कर रहे हैं. ट्विटर के अनुसार वर्ष 2011 में युजर्स की संख्या 10 करोड़ पहुंच जाने पर कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर हिंदी इनपुट की व्यवस्था की थी.
इंटरनेट में हिंदी सबसे तेज 94 फीसदी की दर से बढ़ रही है. इंटरनेट पर हर पांच में एक व्यक्ति हिंदी में सामग्री ढूंढ रहा है. वेब पर सर्वाधिक लगभग 35 करोड़ हिंदी वाले होंगे, जबकि अंग्रेजी के 21 करोड़ लोग हैं.
बहुभाषी भारत के हिंदी भाषी राज्यों की आबादी 50 करोड़ से अधिक है. 2011 की जनगणना के मुताबिक भारत की 1.2 अरब आबादी में से 41.03 फीसदी की मातृ भाषा हिंदी थी. जो अब बढ़ कर 55 करोड़ से अधिक होने की संभावना है. हिंदी को दूसरी भाषा के तौर पर इस्तेमाल करने वाले अन्य भारतीयों को मिला लिया जाये तो देश के लगभग 75 प्रतिशत लोग हिन्दी बोल सकते हैं. भारत के इन 75 प्रतिशत हिंदी भाषियों सहित पूरी दुनिया में तकरीबन 80 करोड़ लोग ऐसे हैं जो इसे बोल या समझते हैं. दुनिया के 170 देशों में किसी न किसी रूप में हिंदी पढ़ाई जा रही है
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भारत के अलावा इसे नेपाल, मारिशस, फिजी, सूरीनाम, यूगांडा, दक्षिण अफ्रीका, कैरिबियन देशों, ट्रिनिडाड एवं टोबेगो और कनाडा आदि में बोलने वालों की अच्छी खासी संख्या है. इसके आलावा इंग्लैंड, अमेरिका, मध्य एशिया में भी इसे बोलने और समझने वाले लोगों की संख्या काफी है.