IT Raid Bihar:आयकर विभाग की छापेमारी चौथे दिन शनिवार को पूरी हो गयी थी, लेकिन एक टीम निवर्तमान डिप्टी मेयर राजेश वर्मा के मोबाइल का बैकअप लेने के लिए उनके घर रुकी थी. रविवार की शाम चार बजे मोबाइल का बैकअप लेकर लौटी.
मोबाइल से डाटा निकालने के लिए फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया था. इस टीम ने ही मोबाइल से डाटा निकालकर आयकर टीम को दी है. आयकर सूत्र की मानें, तो राजेश वर्मा का मोबाइल सीज कर लिया गया था, लेकिन उनके आग्रह पर केवल मोबाइल का बैकअप लिया गया. राजेश वर्मा के करीब चार लॉकर को सील किया है.
आयकर विभाग ने करीब 84 घंटे की छापेमारी की. इस दौरान भागलपुर में 13 लोग इनकम टैक्स की रडार पर चढ़े. इनकम टैक्स विभाग की ओर से इन लोगों पर कई प्रतिबंध लागू किये गये हैं. सबको आयकर विभाग का समन जारी किया गया है.
इनकम टैक्स विभाग ने किसी को 31 अगस्त, तो किसी को दूसरे दिन आयकर कार्यालय में पेशी के लिए बुलाया गया है. मालूम हो कि तलाशी अभियान के दौरान आभूषण, लाखों कैश, कई दस्तावेज, खुली अकाउंट शीट्स और डिजिटल साक्ष्य मिले हैं और उन्हें जब्त कर लिया गया है.
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बिहार-झारखंड के विभिन्न जगहों से आयी आयकर अधिकारियों की टीम लोकल अधिकारियों को कार्रवाई जारी रखने की जिम्मेदारी सौंपकर लौटी है. आयकर सूत्रों की मानें, तो कार्रवाई में अगर आगे संपत्तियों के बारे में जानकारी मिलेगी, तो उसे भी जांच में शामिल करेगा.
इधर, जिम्मेदारी मिलने के साथ लोकल पदाधिकारियों ने जमीन से जुड़े कागजात का वेरिफिकेशन शुरू कर दिया है. इस चल अचल संपत्तियों के अधिग्रहण में किये गये निवेश के स्रोत की जांच की कार्रवाई चलती रहेगी.
इधर, मीडिया से आवास पर बातचीत के दौरान राजेश वर्मा ने कहा कि हमारे यहां जो भी चीजें हैं, दूध की तरह साफ है. गुंडा बैंक से मेरी छवि खराब करने की कोशिश की गयी. न केवल हमारे यहां बल्कि हमसे मिलने वाले सभी रिश्तेदार व लोगों के घर छापेमारी की गयी.
Published By: Thakur Shaktilochan