Bihar News: कटिहार में एक हैरान करने वाली घटना घटी है. स्कूल में शिक्षिका की गलती से एक मासूम छात्र की अंगुली कट गयी. स्कूल प्रबंधन की लापरवाही से छात्र को अपनी अंगुली गंवानी पड़ गयी. वहीं शिक्षिका ने अंगुली के कटे हुए हिस्से को डस्टबिन में फेंक दिया. बच्चे के परिजन डस्टबिन से उस हिस्से को लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे थे.
रेलवे की ओर से संचालित सिल्वर बेल्स प्राइमरी स्कूल के एलकेजी के एक छात्र को स्कूल प्रबंधन के कारण अपनी एक अंगुली गंवानी पड़ी. गुरुवार को स्कूल में शिक्षिका की गलती के कारण जंजीर में फंस कर पांच वर्षीय मासूम छात्र की अंगुली कट गयी. खून बहने पर शिक्षिका ने प्राथमिक उपचार करते हुए पट्टी बांधी और अंगुली के कटे हुए हिस्से को डस्टबिन में फेंक दिया. जानकारी पीड़ित छात्र के पिता सुरेश कुमार को दी गयी. पिता बच्चे को इलाज कराने ले गये, तो स्कूल प्रबंधन की लापरवाही उजागर हुई.
इमरजेंसी कॉलोनी निवासी रेल डीएसपी के अंगरक्षक सुरेश ने बताया कि वे अपने पुत्र अंकुश को सुबह 7.30 बजे स्कूल में छोड़कर अपनी ड्यूटी पर चले गये. 9.30 बजे स्कूल से फोन आया और बच्चे के साथ छोटी घटना घटने की बात कह बुलाया गया. जब स्कूल पहुंचे, तो देखा कि बेटे के हाथ में पट्टी लगी हुई है. स्कूल की प्रधानाध्यापक रीता रानी चौधरी ने कहा कि अंकुश की अंगुली हल्की सी कट गयी है. प्राथमिक उपचार कराते हुए उसके जख्म पर पट्टी करा दी गयी है.
बताया कि जब वे अपने पुत्र को इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल लेकर गये. स्वास्थ्य कर्मी ने पट्टी खोला, तो देखा कि बायें हाथ की एक अंगुली का ऊपरी भाग ही गायब है. चिकित्सक ने अंगुली का कटा भाग लेकर आने को कहा. प्रधानाध्यापिका को फोन करने पर उन्होंने फोन नहीं उठाया. इसके बाद वे विद्यालय पहुंचे.
सुरेश ने कहा कि प्रधानाध्यापिका से उन्होंने अंगुली का कटा हिस्सा मांगा. स्कूल में ढूंढ़वाने पर पता चला कि शिक्षिका ने कटे हिस्से को डस्टबिन में फेंक दिया था. जब कटे हिस्से को लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे, तो बताया गया कि सर्जरी नहीं की जा सकती है. वह हिस्सा सड़ कर खराब हो चुका था.
Posted By: Thakur Shaktilochan