बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) से चयनित एक लाख से अधिक शिक्षकों के स्कूल आवंटन को लेकर तैयारी चरम पर है. इन शिक्षकों को छठ के बाद स्कूल पहुंचाने की तैयारी चल रही है. अध्यापकों की पदस्थापना विभागीय सॉफ्टवेयर के जरिये रेंडमाइजेशन करते हुए की जायेगी. इस रेंडमाइजेशन और आवंटन की पूरी प्रक्रिया को सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में किया जाएगा. इस संबंध में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने एक फरमान जारी कर कहा है कि नव नियुक्त शिक्षकों के स्कूल आवंटन के अहम चरण रेंडमाइजेशन की प्रक्रिया सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड की जाये. इसके साथ ही पूरी रिकार्डिंग को प्रमाण के तौर पर सुरक्षित रखा जाए. जिला स्तर पर जहां भी रेंडमाइजेशन की प्रक्रिया होगी, वहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे.
तीन बार होगा रेंडमाइजेशन
अपर मुख्य सचिव पाठक द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि प्रत्येक जिले में रेंडमाइजेशन की प्रक्रिया तीन बार की जाये. तीसरी बार का रैंडमाइजेशन को अंतिम माना जायेगा. तीसरे बार के रैंडमाइजेशन को फाइनल और आखिरी माना जाएगा. इसी के निष्कर्ष के आधार पर ही विद्यालय अध्यापकों को पदस्थापित किया जायेगा. इस सारी प्रक्रिया की देख रेख माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बनायी गयी एक समिति करेगी.
इन लोगों को बनाया गया कमिटी का सदस्य
रैंडमाइजेशन और पदस्थापना की प्रक्रिया की देख रेख करने वाली इस समिति के सदस्य प्राथमिक शिक्षा निदेशक, अपर राज्य परियोजना निदेशक रविशंकर सिंह, प्राथमिक शिक्षा के उप निदेशक संजय कुमार चौधरी, माध्यमिक शिक्षा के उप निदेशक अब्दुस सलाम अंसारी बनाए गये हैं.
सॉफ्टवेयर के माध्यम से होगा स्कूल आवंटन
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित सभी विद्यालय अध्यापकों को स्कूल आवंटन की प्रक्रिया सॉफ्टवेयर के माध्यम से की जानी है. इसके पहले शिक्षकों की सूची और पदों को सॉफ्टवेयर में अपलोड किया जाएगा. राज्य में स्कूल आवंटन की प्रक्रिया पहली बार सॉफ्टवेयर से की जा रही है.
ग्रामीण स्कूलों में होगी पोस्टिंग
बता दें कि एक लाख 20 हजार से अधिक शिक्षकों को बीपीएससी की परीक्षा से चयन हुआ था. इनमें से काउंसिलिंग के बाद लगभग एक लाख दस हजार शिक्षकों को औपबंधित नियक्ति पत्र दिया गया था. जिसके बाद अब इनके पदस्थापना की प्रक्रिया तेजी से चल रही है. इन नव नियुक्त विद्यालय अध्यापकों की पदस्थापना केवल ग्रामीण स्कूलों में की जायेगी. जिसके लिए युद्ध स्तर पर कार्रवाई जारी है.
21 नवंबर तक शिक्षकों से दिला दिया जाएगा योगदान
चयनित शिक्षकों को 11 नवंबर से 21 नवंबर के बीच स्कूलों में योगदान दिया जायेगा. जिला स्तर पर योगदान करा कर उन्हें ग्रामीण स्कूलों में पदस्थापित किया जायेगा. हर हाल में चरणबद्ध तरीके से हर जिले के स्कूलों में स्कूली शिक्षकों की तैनाती की कवायद 21 नवंबर तक पूरी कर ली जायेगी. ताकि छठ के बाद स्कूल खुलते ही नये शिक्षक स्कूलों में पढ़ाना शुरू कर सकें.
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योगदान देने वाले नये शिक्षकों को नवंबर का वेतन एक दिसंबर तक
वैसे नये शिक्षक जो आवंटित स्कूल में नवंबर में योगदान कर लेते हैं, उन्हें नवंबर का वेतन एक दिसंबर तक दे दिया जायेगा. अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने इस संदर्भ में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को आदेश जारी कर दिये हैं. जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि वेतन भुगतान से संबंधित कार्यवाही एचआरएमएस के तहत ऑन बोर्डिंग प्राॅन नंबर जनरेट किया जाए. समूची कवायद एक सप्ताह में पूरी कर ली जाए.
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