नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में पूर्व रेल मंत्री लालू यादव (Lalu Yadav), बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और 14 अन्य के बुधवार को दिल्ली की अदालत में पेश होने पहुंचे. सिंगापुर से किडनी ट्रांसप्लांट कराने के बाद लालू प्रसाद फिलहाल दिल्ली में ही थे. वहीं, राबड़ी देवी भी पटना से दिल्ली पहुंचीं. बुधवार को लालू यादव कोर्ट पहुंचे. वहीं राबड़ी देवी व मीसा भारती भी उनके साथ पहुंचीं. लालू यादव को व्हील चेयर पर बैठाकर ले जाया गया. कोर्ट ने तीनों को जमानत दे दी है.
लालू यादव, राबड़ी देवी व मीसा भारती कोर्ट रूम में बैठे. तीनों ने एहतियातन मास्क चेहरे पर लगा रखा है. राजद नेता प्रेम चंद गुप्ता भी राउज एवेन्यू कोर्ट पहुंचे. विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल ने 27 फरवरी को लालू यादव की बेटी मीसा भारती समेत सभी आरोपियों को समन जारी किया था और उन्हें 15 मार्च को अदालत में पेश होने का निर्देश दिया था. यह मामला लालू यादव के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान उनके परिवार को उपहार में दी गयी या बेची गयी जमीन के बदले रेलवे में हुई कथित नियुक्तियों से जुड़ा है.
सीबीआइ ने अपने आरोप पत्र में कहा है कि भर्ती के लिए भारतीय रेलवे के निर्धारित मानदंडों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन करते हुए रेलवे में नियुक्तियां की गयी थीं. इसमें आरोप लगाया गया है कि नौकरी के बदले उम्मीदवारों ने सीधे या अपने करीबी रिश्तेदारों और परिवार के सदस्यों के माध्यम से राजद प्रमुख एवं तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों को बाजार दरों से काफी कम कीमत पर जमीन बेच दी.
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बता दें कि पिछले दिनों ईडी की टीम ने तेजस्वी यादव के दिल्ली स्थित एक विवादित बंगले और लालू यादव की बेटियों समेत कई अन्य लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस छापेमारी से सियासी गलियारे में हड़कंप मचा हुआ है.
वहीं लालू परिवार का आरोप है कि आगामी चुनाव को देखते हुए लालू परिवार के ऊपर ये कार्रवाई की जा रही है और लगातार केंद्र सरकार के द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है. इस छापेमारी को लेकर बिहार में महागठबंधन भी भाजपा सरकार पर हमलावर है. केंद्रीय एजेंसियों के गलत इस्तेमाल किए जाने का आरोप लगातार केंद्र सरकार पर लगाया जा रहा है.
Published By: Thakur Shaktilochan