Bihar News: बिहार में उमस भरी गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है. तापमान एक बार फिर से 40 के करीब पहुंच चुका है. सोमवार या मंगलवार को लोगों को गर्मी से राहत मिल सकती है. 23 और 24 जुलाई को बिहार के कई इलाकों में बारिश का पूर्वानुमान है. फिलहाल, मानसून कमजोर पड़ चुका है. यहां मानसून पर ब्रेक लगा है. यही वजह है कि लोगों को उमस भरी यह गर्मी सताने लगी है. राजधानी पटना के न्यूनतम तापमान पूर्वानुमान की बात करें तो 22 जुलाई को 28 डिग्री सेल्सियस, 23 जुलाई को 29 डिग्री सेल्सियस और 24 और 25 जुलाई को पटना का न्यूनतम तापमान पूर्वानुमान 29 डिग्री सेल्सियस है. फिलहाल, यहां बारिश नहीं हो रही है. लेकिन, कई इलाकों में हल्की वर्षा की संभावना जताई गई है.
वहीं, मौसम विभाग की ओर से सुपौल, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, मधुबनी, अररिया व किशनगंज में ठनका को लेकर अलर्ट है. 22 जुलाई को पूर्वी चंपारण और बांका में वज्रपात और बिजली चमकने की चेतावनी है. वहीं, 23 से 26 के बीच कई जिलों में ठनका को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. 24 जुलाई तक बारिश को लेकर अलर्ट नहीं है. लेकिन, वज्रपात से कई इलाकों में सावधान रहने की जरूरत है. मालूम हो कि ठनका आसमान से आफत बनकर बरसती है. इससे सैंकड़ों लोगों की जान चली जाती है. कई पशु भी ठनका का शिकार हो जाते है.
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राज्य में ठनका से मौत होने पर मुख्यमंत्री भी दुखी होते है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट के माध्यम से कई बार ठनका से हुई मौत के बाद शोक प्रकट किया है. साथ ही मृतकों के परिजनों के लिए 4-4 लाख रु० अनुग्रह अनुदान आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी सुझावों का अनुपालन करने का आग्रह किया और खराब मौसम में घर में रहने और सुरक्षित रहने की बात की. बता दें कि राज्य के कई इलाकों को ठनका को लेकर अलर्ट किया गया है. साथ ही मौसम विभाग ने खराब मौसम में सावधानी बरतने की अपील की है.
लोगों से आग्रह किया जा रहा है कि खराब मौसम में सावधानी बरता जाए. मौसम की स्थिति बिगड़ने पर लोगों को किसी भी सुरक्षित स्थान पर शरण लेना पड़ता है. सुरक्षित स्थान पर जाने से लोग अपना बचाव कर सकते हैं. बिजली के खंभों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए. थोड़ी सी सावधानी बरतकर ऐसी स्थिती में अपनी जान बचाई जा सकती है. मौसम के खराब होने पर किसानों को कभी भी अपने खेतों में नहीं जाना चाहिए. खेतों में काम करने से वह ठनका की चपेट में आ सकते है. उन्हें मौसम में सुधार होने की प्रतीक्षा करनी चाहिए.
वहीं, बिजली के गिरने पर इंसान के सिर, कंधे और गले पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है. इससे किसी के भी दिल की धड़कन रूक सकती है. साथ ही इंसान का शरीर झुलस जाता है. इस कारण लोगों की मौत हो जाती है. ठनका के प्रभाव से इंसान का शरीर बुरी तरीके जल जाता है. खेतों में काम कर रहे किसानों, बारिश से बचने के लिए पेड़ का सहारे लेने वाले लोगो, तालाब या नदी में बारिश के दौरान स्नान करने वाले लो इत्यादि पर ठनका के गिरने का खतरा सबसे अधिक होता है. बिजली के चमकने या आवाज करने पर वहां से हट जाना ही जान बचाने का उपाय होता है.
आकाशिय बिजली गिरने से पहले ही इसका संकेत लोगों तक पहुंच जाता है. ऐसे मौके पर लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. आकाशीय बिजली चमकने पर किसी के भी सिर के बाल खड़े हो जाते है. साथ ही त्वचा में झुनझुनी होने लगती है. ऐसी स्थिति में तुरंत नीचे झुककर अपने काम को बंद कर लेना चाहिए. बादल गरजने पर रौंगटे खड़े हो सकते है. यह संकेत होता है कि आपके ऊपर बिजली गिर सकती है. ऐसी स्थिति में पैरों के बल बैठ जाएं, अपने हाथ घुटने पर रख लें और अपना सिर दोनों घुटनों के बीच रख लें इस मुद्रा में जमीन से कम से कम संपर्क होता है और बिजली की चपेट में आने की संभावना कम हो जाती है.
वहीं, फिलहाल बारिश की कमी 40 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है. सबसे अधिक तापमान बक्सर जिले का दर्ज हुआ. पटना में शुक्रवार को बारिश की आवाजाही रही. लेकिन, उमस भरी गर्मी के कारण लोगों को परेशानी हुई. राज्य में तापमान तेजी से बढ़ रहा है. लेकिन, मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार जल्द ही लोगों को राहत मितने वाली है और बारिश फिर से होने वाली है.