Political News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एकबार फिर से भाजपा पर हमला बोला है. शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करने के दौरान बिहार के सीएम ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा. इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव में जदयू को कम सीटों पर मिली जीत की वजह को लेकर एकबार फिर भाजपा को घेरा. तब एनडीए के साथ चुनाव लड़ी जदयू के लिए कौन एजेंट का काम कर रहा था और उम्मीदवारों को हराने की तैयारी में जुटा था, इसकी चर्चा नीतीश कुमार ने की है. वहीं भाजपा में बड़ी सेंधमारी व टूट का दावा नीतीश कुमार ने किया है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को दावा किया कि एनडीए के कई घटक भय के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा के साथ हैं और वे चुनाव के समय पाला बदलेंगे. बता दें कि नीतीश कुमार पूर्व में भी ये बात कह चुके हैं और बड़ी टूट का दावा उन्होंने पहले भी किया है. शहीद दिवस पर राजकीय समारोह के बाद पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र में सत्ताधारी दल एनडीए की कई पार्टियां चुनाव शुरू होने पर वे सभी हमलोगों के साथ आ जायेंगी. केंद्र और भाजपा पर हमला करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी एकता की पटना से ही शुरुआत हुई है. हमलोग सभी पार्टियाें से मिलजुलकर तय करेंगे कि किस तरह से आगे देश का विकास करना है. जब हमलोग एकजुट हो रहे हैं, तो उनलोगों (भाजपा) को परेशानी हो रही है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों के सवालों से सहमति जताते हुये कहा कि 2024 में भाजपा बिहार से खत्म हो जायेगी. इसीलिए वे लोग घबराहट में हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 2020 के चुनाव के बाद वे मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे. लेकिन, वे लोग (भाजपा) बोलने लगे तो उनलोगों की बात मान लिये. कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में एजेंट की तरह अन्य लोगों को खड़ा कर हमलोगों को हराया गया. जनता सब जानती है. बता दें कि नीतीश कुमार ने इससे पहले भी भाजपा पर ये आरोप लगाया है कि विधानसभा चुनाव में जदयू उम्मीदवारों को हराने में उनकी भूमिका रही है. चिराग पासवान को निशाने पर लेते हुए जदयू ने भाजपा के ऊपर ये आरोप पूर्व में लगाए हैं.
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इंडिया गठबंधन के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों की एकजुटता का नतीजा अच्छा निकलेगा. उन्होंने केंद्र सरकार की तरफ इशारा करते हुये कहा कि वे लोग केवल प्रचारप्रसार करते हैं, अब विकास का कोई काम नहीं हो रहा है. वे लोग बिहार को भूल जाते हैं. यह सबसे पौराणिक स्थल है. इसके इतिहास को उठाकर देख लीजिए. बिहार में जो भी काम हुआ, सब हमलोगों ने किया है. हमलोगों ने विशेष राज्य के दर्जे की मांग की, लेकिन क्या हुआ? अगर यह दर्जा मिल जाता, तो हमलोग कितना आगे पहुंच जाते.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जदयू के बारे में कुछ लोग बयान देते हैं कि वो तीसरे नंबर पर है, लेकिन 2005 के विधानसभा चुनाव में जब हमलोग जीते, तो हमलोग कितने नंबर पर थे, कितना वोट हमलोगों और भाजपा वालों को आया था? वर्ष 2010 में क्या हुआ? हमलोगों को 118 सीटें आयीं और उनलोगों को कितनी सीटें आयीं, हमसे कम सीटें आयीं. उन्होंने कहा कि वर्ष 2009 में हमलोग लोकसभा का चुनाव साथ लड़े थे. हमलोग 25 सीट पर लड़े , तो उसमें 20 पर जीते और भाजपा वाले 15 पर लड़े तो 12 जीते, ये सब बातें वो लोग भूल रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम देश और राज्य के हित में काम करते हैं. सबलोगों को एकजुट होना चाहिए, यह देश के हित में है. कोई इतिहास नहीं बदले, आजादी की लड़ाई को नहीं भुला दें इसलिए हमलोग सबको एकजुट करने का काम कर रहे हैं. श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी हमको मानते थे. हम हमेशा उनका सम्मान करते रहेंगे. उन्होंने एनडीए की तरफ इशारा कर कहा कि इनलोगों को जो मन में आए बोलते रहें. हम लोग काम करना जानते हैं और इन लोगों को सिर्फ बोलना है.
उधर, लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से चौके- छक्के वाले बयान पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि वह चौके-छक्के की बात कर रहे हैं, लेकिन उन्हें विपक्ष की गुगली समझ में नहीं आयेगी. तेजस्वी ने प्रधानमंत्री के बयान पर आधारित सवालों का जवाब देते हुए कहा कि देश को उनके बयानों से निराशा हुई है. वह मणिपुर में अपनी सरकार की तरफ से उठाये गये कदमों पर कुछ नहीं बोले. दरअसल भाजपा के लोग घबराये हुए हैं. विपक्ष की एकता से डरे हुए हैं. तेजस्वी कहा कि महागठबंधन की एकता ने जो काम बिहार में किया , वही विपक्ष मिल कर पूरे देश में करेगा.