CM Nitish Kumar ने रविवार को बिहार में सूखे की स्थिति का हवाई सर्वे कर जायजा लिया. राज्य में इस बार मानसून की बारिश 40 प्रतिशत तक कम हुई है. हालांकि पिछले कुछ दिनों से राज्य के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो रही है. खराब बारिश के कारण राज्य की प्रमुख फसल धान की खेती बुरी तरह से प्रभावित हुई है. नीतीश कुमार ने पिछले महीने भी सूखे का जायजा लिया था. इसके लिए उन्होंने लगातार दो दिनों तक सड़क मार्ग और हवाई सर्वे किया था.
सूखे की स्थिति से निपटने के लिए नीतीश कुमार ने शनिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की थी. इस बैठक में उन्होंने कहा कि कम बारिश वाले जिले में प्रखंड, पंचायत व गांव के स्तर पर संभावित सुखाड़ की उत्पन्न स्थिति का ठीक तरह से आकलन किया जाएगा. उन्होंने आदेश किया हर गांव की स्थिति का ठीक ढ़ंग से आकलन किया जाए. हर जानकारी लेने के बाद किसानों को संभावित हर मदद तुरंत पहुंचायी जाए.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को आदेश देते हुए कहा कि जिलों में सूखे की स्थिति का जल्द से जल्द जायजा लिया जाए. साथ ही, रिपोर्ट तैयार की जाए. उन्होंने आकस्मिक फसल योजना के संबंध में भी अधिकारियों को आदेश दिया. उन्होंने कहा कि किसानों के बीच बीज वितरण का काम जल्दी से पूरा किया जाए. साथ ही, आगे की खेती के लिए उन्हें मदद की जाए. बैठक में आपदा प्रबंधन सह जल संसाधन विभाग के सचिव संजय अग्रवाल व कृषि विभाग के सचिव एन सरवन कुमार भी शामिल हुए. उन्होंने सूखा की स्थिति की जानकारी दी. इसके साथ ही मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डा. एस सिद्धार्थ, सचिव अनुपम कुमार व विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह भी मौजूद थे.