बिहार में पंचायत चुनाव न होने की स्थिति में मुखिया और सरपंच के कार्यकाल को लेकर अटकलों का बाजार गर्म था. वहीं अब मंत्री सम्राट चौधरी ने पंचायत चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान किया है. मंत्री ने कहा है कि राज्य में मुखिया और सरपंच के चुनाव न होने पर परामर्श समिति बनाई जाएगी.
पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने ट्वीट कर कहा कि बिहार में पंचायत चुनाव नहीं होने की स्थिति में बिहार में पंचायत, ग्राम कचहरी, पंचायत समिति, जिला परिषद में परामर्शीसमिति का गठन किया जाएगा. बताया जा रहा है कि 15 जून के बाद यही समिति गांव की सत्ता संभालेगी.
पंचायत चुनाव का टलना तय – बिहार में कोरोना क्राइसिस के बीच पंचायत चुनाव का टलना तय माना जा रहा है. राज्य में आठ जून तक कोरोनावायरस रोकथाम के लिए लॉकडाउन लगाया गया है. वहीं 15 जून तक जनप्रतिनिधियों का कार्यकाल खत्म होने वाला है. बिहार में ढाई लाख जनप्रतिनिधि हैं.
मांझी और सहनी ने की थी कार्यकाल बढ़ाने की मांग- बता दें कि पिछले दिनों सरकार के सहयोगी दल वीआईपी के नेता मुकेश सहनी और हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार को पत्र लिखा था. दोनों पार्टी ने सीएम से मांग करते हुए कहा कि राज्य में पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल बढ़ाया जाए और उनके पावर को न सीज किया जाए. कोरोना को रोकथाम के लिए इन प्रतिनिधियों का कार्यकाल बढ़ाया जाए.
Posted By : Avinish Kumar Mishra