Nitish Kumar News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को विधान परिषद की कार्यवाही के दौरान आगबबूला हो उठे. उन्होंने कठोर शब्दों में राजद के मुख्य सचेतक और एमएलसी सुबोध कुमार को खरी-खरी सुना दी. कहा कि जब हम बता रहें हैं तो बीच में मत बोलिये, ध्यान से सुनिये. सीएम नीतीश ने कार्यकारी सभापति का भी ध्यान भी इस ओर आकर्षित किया.
दरअसल, मुख्यमंत्री पूरक प्रश्न नियमावली का विपक्षी सदस्य द्वारा पालन न करने से नाराज थे. सुबोध कुमार ने सत्ताधारी सदस्यों की इसी गलती की दुहाई दी तो सीएम ने साफ किया सत्ता पक्ष का सदस्य भी मंत्री के उत्तर से पहले पूरक प्रश्न करता है तो वह भी गलत है. ऐसा बिल्कुल नहीं होना चाहिये.
विधान परिषद में मो. फारूक ने शिवहर जिले की डुमरी कटसरी प्रखंड के नया गांव से पताही तक आने वाली सड़क की जर्ज स्थिति और उसकी मरम्मत का मुद्दा उठाया था. ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री जयंत राज ने जवाब दिया. सरकार के उत्तर से असंतुष्ट फारूक ने पूरक प्रश्न किया. उनके पूरक पर मंत्री का जवाब आता, इससे पहले पहले ही सुबोध कुमार आसन की अनुमति के बिना ही खड़े होकर दूसरा पूरक पूछने लगे.
मुख्यमंत्री को यह नागवार लगा. वह खड़े होकर सुबोध कुमार को बोले- जब एक सदस्य प्रश्न करता है तो उसका उत्तर होता है, तब दूसरे सदस्य प्रश्न करेंगे. पहले उनका उत्तर सुनिये. तब फिर अनुमति लेकर प्रश्न करिये. इस पर सुबोध कुमार ने कहा कि मंत्रीगण पूरक पर एक बार ही जवाब देते हैं. सीएम ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. आप नियम जानिये.
सीएम नीतीश ने अपनी बात खत्म भी नहीं की थी कि सुबोध कुमार ने कह दिया कि हम तो नियम जान ही रहे हैं. उनकी इस बात से सीएम और भी नाराज हो गये. वह बोले- अब आप बैठ जाइये. नियम जानिये. इसके बाद भी सुबोध कुमार ने बोलना जारी रखा. सीएम ने कड़क आवाज में कहा कि अरे भाई हम बोल रहे हैं, बीच में बोलियेगा क्या, यह भी कोई तरीका है.
सीएम ने प्रश्न पूछने का तरीका बताते हुए कहा कि मुझे किसी के बोलने पर कोई ऐतराज नहीं है, लेकिन कभी कभी जब नियम का उल्लंघन करते हैं तो आपको बताने के लिये खड़ा होकर बता देते हैं. सीएम ने रामचंद्र पूर्वे की ओर इशारा करते हुए कहा कि आप इनको नियम क्यों नहीं बताते. आप इतने वरिष्ठ हैं. सभापति से कहा कि महोदय आपसे भी कहेंगे कि ये बात (नियम)आपको कह देना चाहिये.
Posted By: Utpal kant