बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पिछले नौ महीने से देश की सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने की मुहिम में लगे हुए हैं. इस दौरान उन्होंने सोनिया गांधी, अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी, उद्धव ठाकरे, शरद पवार सहित कई नेताओं से मुलाकात की है. अब सीएम ने विपक्षी एकता को लेकर पटना में 12 जून को एक बैठक बुलाई है. महागठबंधन के द्वारा इस बैठक की तैयारी पूरे जोर शोर से शुरू कर दी गयी है. बैठक को लेकर उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने बड़ा सकारात्मक बयान दिया है. उन्होंने कहा कि 12 जून को नीतीश कुमार ने सभी बड़े नेताओं को जो भाजपा के साथ नहीं हैं और 2024 में परिवर्तन चाहतें हैं, उन सभी देशभक्त पार्टियों को निमंत्रण दिया है. उसमें उद्धव ठाकरे और पवार साहब भी हैं. मुझे लगता है हम पटना जाने के बारे में सोच रहे हैं.
संजय राउत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश की सभी विपक्षी पार्टियों का एक मंच पर लाना संभव है. उन्होंने कहा कि पी चिदंबरम ने जो बात कही वो पूरी तरह से सही है. लोकसभा में ऐसी लगभग 450 सीटें है, जहां अगर विपक्षी दलों का एक ही उम्मीदवार बीजेपी के खिलाफ आता है तो लोकसभा का पूरा निर्णय बदल जाएगा. नीतीश कुमार का निमंत्रण उनके लिए है जो देश में बदलाव चाहते हैं.
Also Read: बिहार के बांका में सोने का अकूत भंडार! 320 फुट तक हुई खुदाई, 30 बॉक्स पत्थर भेजे गये लैब, जानें क्या है सच
विपक्षी एकता की बैठक में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी शामिल होने वाले हैं. बताया जा रहा है कि हेमंत के शामिल होने से नीतीश कुमार को बड़ा बल मिलेगा. बता दें कि हाल ही में बिहार के सीएम ने तेजस्वी यादव के साथ रांची में उनसे मुलाकात की थी. इसके बाद दोनों नेताओं ने साकारात्मक संदेश दिया था. झारखंड में जेएमएम ने बीजेपी को हराकर सरकार बनायी थी. वहां भाजपा विपक्ष में बैठी है. वहीं, बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी बैठक से एक दिन पहले ही पटना पहुंच जाएंगी.