मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जदयू विधायकों और विधान पार्षदों से मिलने के बाद अब पार्टी के सांसदों से मुलाकात करेंगे. इसका मकसद आगामी चुनाव की तैयारी, ताजा राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर विचार-विमर्श करना सहित संसदीय क्षेत्र में विकास की हालत, सरकारी योजनाओं के हालत की जानकारी लेना आदि बताया जा रहा है. फिलहाल लोकसभा में जदयू के 16 और राज्यसभा में पांच सदस्य हैं. इन सभी से मुख्यमंत्री विस्तृत बातचीत करेंगे. इसकी शुरुआत रविवार से होने की संभावना है और अलग अलग सांसदों को बुलाकर उनसे बातचीत का सिलसिला अगले तीन दिन तक चलने की संभावना है.
सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने की इच्छा कई सांसदों ने जताई थी. इसलिए मुख्यमंत्री ने बारी-बारी से सभी से मिलने की योजना बनायी है. यह मुलाकात 1 अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास में होगी. इसके लिए सभी सांसदों को मिलने का बुलावा भेजा जा रहा है. हालांकि कई राजनीतिक नेता इसे सामान्य घटनाक्रम बताते हैं. विधायकों और विधान पार्षदों से मुख्यमंत्री की मुलाकात पर मंत्री विजय कुमार चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत में इसे सामान्य घटना बताया है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री सभी से मिलकर उनका हालचाल, क्षेत्र में विकास के कामकाज की स्थिति सहित अन्य जानकारी लेते रहते हैं. वहीं, राज्यसभा सदस्य बशिष्ठ नारायण सिंह ने मुख्यमंत्री के इस पहल की सराहना की है. उन्होंने कहा है कि विधायकों और विधान पार्षदों से मिलकर मुख्यमंत्री ने उनके क्षेत्र में विकास योजनाओं की जानकारी ली. आगे भी मुख्यमंत्री को ऐसा करते रहना चाहिए.
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जदयू के 49 संगठन जिलों में महिला अध्यक्षों की तैनाती की गयी है. इसकी सूची शनिवार को जदयू महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष श्वेता विश्वास ने जारी की. उन्होंने सभी को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस सूची में सभी समाज के लोगों को प्रतिनिधित्व दिया गया है. सभी नवमनोनीत जिला अध्यक्षों को 15 दिनों के अंदर जिला कार्यकारिणी और प्रखंडों में अध्यक्ष मनोनीत करने का निर्देश दिया गया है. इस सूची के अनुसार पटना नगर की महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष गुलफिशा जगीन सुगन और पटना ग्रामीण की अध्यक्ष पूनम देवी बनायी गयी ह