Loksabha Chunav 2024 : आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी दलों की तैयारी अब तेज हो गयी है. बिहार में सियासी समीकरण इस बार बदले रहेंगे. जदयू ने खुद को एनडीए से अलग कर लिया है और महागठबंधन में शामिल हो चुकी है. इस बार विपक्षी दलों का I-N-D-I-A गठबंधन एनडीए को टक्कर देने एकजुट हुआ है. जानिए बिहार में कैसे सीट शेयरिंग पर महागठबंधन के दलों के बीच बन सकती है.
इसी महीने गैर भाजपा दलों के इंडिया गठबंधन के बीच सीटों का तालमेल होने वाला है. सीटों के बंटवारे में राज्य की लोकसभा की 40 सीटों के अलावा अगले साल खाली हो रही राज्यसभा और विधान परिषद की सीटों का इनपुट भी शामिल होगा. प्रदेश में लोकसभा की 40 सीटें हैं, जबकि अगले साल अप्रैल में राज्यसभा की बिहार कोटे की पांच सीटें खाली हो रही हैं. वहीं, विधान परिषद की भी 11 सीटें भी मई महीने की शुरुआत में खाली होंगी. सूत्रों के अनुसार सीटों के तालमेल को लेकर महागठबंधन की जल्द ही बैठक होने वाली है. इंडिया में राज्य में तीन प्रमुख दल जदयू, राजद और कांग्रेस के अलावा तीन वामपंथी पार्टियां भाकपा, माकपा और भाकपा- माले भी शामिल हैं. सीटों के बंटवारे को लेकर घटक दलों ने जो अपनी सूची तैयार की है, उसके मुताबिक राजद और जदयू को छोड़ सिर्फ कांग्रेस और तीन वाम दलों की मांगें ही करीब 31 सीटों की हैं. इनमें कांग्रेस का दावा नौ सीटों पर है, जबकि भाकपा- माले नौ, माकपा चार और भाकपा नौ सीटों पर तैयारी कर रही है. इनकी बातें इंडिया में मान ली गयीं, तो जदयू और राजद के लिए लोकसभा की महज नौ सीटें बचती हैं.
माना जा रहा है कि कुल 40 सीटों में बंटवारे का पहला आधार सीटिंग- गेटिंग ही होगा. इसके तहत जदयू को 16 सीटें मिलनी तय हैं. इतनी ही सीटें राजद की झोली में भी जायेंगी. बची हुई सीटों में ही कांग्रेस और वाम दलोंं के बीच बंटवारा होगा. जानकार बताते हैं कि कुछ दलों को राज्यसभा की इक्का- दुक्का सीटों का ऑफर मिल सकता है. वहीं, कुछ दलों को विधान परिषद में हिस्सेदारी का प्रस्ताव हो सकता है. हालांकि, अब तक भाकपा -माले विधान परिषद के चुनावों से बचता रहा है, लेकिन महागठबंधन की बैठक के बाद ही अंतिम नजीता सामने आ पायेगा.
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राज्यसभा की बिहार से पांच सीटें अगले साल 2024 अप्रैल में खाली हो रही हैं. इसके लिए फरवरी-मार्चमें ही चुनाव कराये जायेंगे. जिन सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, उनमें जदयू के बशिष्ठ नारायण सिंह और अनिल हेगड़े, राजद के मनोज झा और अशफाक करीम, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ अखिलेश प्रसाद सिंह और भाजपा के सुशील कुमार मोदी के नाम हैं.
बिहार विधान परिषद की 11 सीटें अगले साल छह मई को खाली हो रही हैं. इनमें भाजपा के तीन, राजद के दो, जदयू के चार तथा हम और कांग्रेस की एक-एक सीटें हैं. इनमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा एवं विपक्ष की नेता राबड़ी देवी का भी मौजूदा कार्यकाल छह मई, 2024 को समाप्त होगा. बाकी अन्य सदस्यों में भाजपा के मंगल पांडेय, संजय पासवान और शाहनवाज हुसेन, कांग्रेस के प्रेमचंद मिश्रा, राजद के रामचंद्र पूर्वे, जदयू के रामेश्वर महतो और खालिद अनवर तथा हम के संतोष सुमन के नाम हैं.
बता दें कि विपक्षी गठबंधन I-N-D-I-A ने तीन अहम बैठकें कर ली है और अब सीट शेयरिंग पर बात होने वाली है. जदयू ने जब खुद को एनडीए से अलग किया तो नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों के नेताओं को एकजुट किया और सबको एक मंच पर साथ लेकर आए. कांग्रेस व आप पार्टी समेत प्रदेशों के नेताओं ने अभी तक की बैठकों को सफल बनाया है. उधर एनडीए ने भी अपना कुनबा बढ़ाना शुरू कर दिया है.