बिहार के मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में अब इलाज के लिए आने वाले मरीज और उनके परिजनों को पानी पीने के लिए बाहर का बोतल बंद पानी नहीं खरीदना पड़ेगा. अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों को सख्त निर्देश दिया है कि मिशन परिवर्तन के तहत अस्पताल में मरीजों को पीने के लिए स्वच्छ पानी की व्यवस्था करायी जाए.
स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश
प्रत्यय अमृत ने कहा कि अभी राज्य में भीषण गर्मी पड़ रही है. ऐसे में हर अस्पताल मरीज और परिजनों के लिए स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करें, जिससे गरीब मरीजों को बोलत का पानी नहीं खरीदना पड़े. अस्पतालों में पीने के पानी की बेहतर सुविधा हो जाने से अब मरीजों के जेब पर पर भी थोड़ा कम भार पड़ेगा. साथ ही पीने के लिए बेहतर पानी भी मिलेगा.
मिशन परिवर्तन के तहत दिखना चाहिए बदलाव
अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है कि मिशन परिवर्तन के तहत मेडिकल कॉलेज अस्पतालों की सूरत में बदलाव दिखना चाहिए. समीक्षा में सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों को मिशन परिवर्तन के तहत जो काम किया जाना है, उसका प्वाइंट ऑफ एक्शन तैयार किया गया है. इसके तहत मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में अतिक्रमण को हटाया जाना है. साथ ही शौचालयों की सफाई किया जाना है.
ये दिये निर्देश
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मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आने वाले ओपीडी मरीजों के लिए स्वच्छ टैप वाटर उपलब्ध कराया जाए. ताकि मरीजों को बाहर से बोतल बंद पानी नहीं खरीदना पड़े.
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अस्पताल में भर्ती मरीजों को उनके वार्ड के पास ही स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था कर दी जाए. ताकि इस गर्मी में उन्हें पानी के लिए भटकना न पड़े.
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अस्पताल में अगर पहले से स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था है तो उसका क्लोरीनीफिकेशन किया जाए.