Patna Murder Case: बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (Patna) में इंडिगो एयरलाइंस स्टेशन मैनेजर (Indigo Airlines station Manager) रूपेश हत्याकांड (Rupesh kumar singh Murder case) में पांच दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. एसआइटी (SIT) की जांच में यह बात सामने आ चुकी है कि रूपेश सिंह की हत्या कांट्रैक्ट किलरों ने की है. एसआइटी (SIT) की जांच में यह बात सामने आ चुकी है कि रूपेश सिंह की हत्या कांट्रैक्ट किलरों ने की है. लेकिन इन किलरों को हायर किसने किया, इस सवाल के जवाब के लिए फिलहाल एसआइटी जूझ रही है.
किसी भी प्रकार के विवाद, टेंडर, दुश्मनी, प्रतिद्वंद्धता आदि तमाम पहलू पर जांच की जा रही है. लेकिन पुलिस को उस शख्स की जानकारी नहीं हो पायी है, जिसने रूपेश सिंह की हत्या करा दी. लेकिन इसमें यह तय माना जा रहा है कि कांटेक्ट किलरों को मोटी रकम दी गयी थी और किसी हाइ प्रोफाइल मामले के कारण घटना को अंजाम दिया गया.
सूत्रों के अनुसार रूपेश सिंह काफी सरल जीवन जीते थे. उनकी जान-पहचान कई वीआइपी और अधिकारियों से थी. लेकिन वे न तो लाइसेंसी पिस्टल रखते थे और न ही गले में मोटी सोने की चेन पहनते थे. जबकि आज के समय में अगर किसी व्यक्ति का संपर्क बड़े लोगों से हो जाये और पॉकेट में रकम आ जाये तो सबसे पहले सोने की मोटी चेन गले में पहनता है और हथियार का लाइसेंस लेने के लिए आवेदन करता है. लेकिन रूपेश सिंह इन सामानों से दूर रहते थे.
इसके साथ ही यह भी स्पष्ट करता है कि उन्हें जान का भय पूर्व से नहीं था. अगर रहता तो वे सुरक्षा गार्ड या हथियार के लाइसेंस के लिए आवेदन जरूर करते. इसके साथ ही उनके हाव-भाव से भी कभी किसी को ऐसा नहीं लगा कि वे बड़े पद पर हैं. इतने सरल व सादगी भरे जीवन को जीने वाले रूपेश सिंह की हत्या कौन कर सकता है, यह भी आश्चर्य का विषय है.
इसके साथ ही पुलिस की जांच में अभी तक किसी प्रकार का विवाद भी सामने नहीं आया है. और , न ही परिजनों ने किसी से विवाद होने की जानकारी दी है. इसके कारण पुलिस के सामने ब्लाइंड केस है. लेकिन अपराधियों के घटना देने के तरीके से पुलिस अब पूरी तरह मान चुकी है कि किसी कांटेक्ट किलर ने ही रूपेश सिंह की हत्या की है.
पुलिस लगातार रूपेश सिंह के मोबाइल फोन को खंगाल रही है, ताकि हत्या से जुड़े कुछ सुराग हाथ लग सके. सूत्रों का कहना है कि उनका मोबाइल फोन का लॉक भी आसानी से खुल गया, क्योंकि कोड की जानकारी उनकी पत्नी व बेटी ने ही पुलिस को दे दी थी. हालांकि मोबाइल फोन में मिली जानकारी को पुलिस फिलहाल गुप्त रख रही है और उसमें आये तथ्यों का सत्यापन कर अपराधियों तक पहुंचने की जुगत में है.
Posted By: Utpal kant