अंबर, पटना
पटना विश्वविद्यालय में स्पोर्ट्स के बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर व ट्रेनिंग के अभाव में खिलाड़ियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बेहतर ग्राउंड, स्पोर्ट्स इक्विपमेंट्स व ट्रेनर के अभाव में खिलाड़ी विभिन्न टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं. इसके साथ ही कई खेलों में टीम होते हुए भी ट्रेनिंग के अभाव में टूर्नामेंट में क्वालिफाइ भी नहीं कर पा रही है. पूरे विश्वविद्यालय में एक ही पीटीआइ केवल बीएन कॉलेज में हैं. वहीं अन्य कॉलेजों में एडहॉक पर ट्रेनर रखे गये हैं. इंटर यूनिवर्सिटी टूर्नामेंट में बिना ट्रेनिंग के ही खिलाड़ी भाग लेने को मजबूर हैं, जिसकी वजह से खिलाड़ी विभिन्न खेलों में क्वालिफाइ भी नहीं कर पा रहे हैं. विश्वविद्यालय की ओर से जारी किये गये स्पोर्ट्स कैलेंडर में कुल 11 खेलों को शामिल किया गया है, लेकिन इनमें से अधिकतर खेलों में इन्फ्रास्ट्रक्चर व ट्रेनिंग नहीं मिलने की वजह से खिलाड़ी चाह कर भी बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सकते हैं. इन्फ्रास्ट्रक्चर के अभाव में विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों में स्पोर्ट्स से जुड़े 10 प्रतिशत खिलाड़ियों को भी बेहतर ट्रेनिंग नहीं मिल पा रही है.
मेंस वर्ग की टीम के लिए ट्रेनिंग की कोई सुविधा नहीं
पटना विश्वविद्यालय के स्पोर्ट्स कैलेंडर में कुल 11 खेलोंं को शामिल किया गया है, लेकिन पूरे विश्वविद्यालय में केवल एक ही कॉलेज में बैटमिंटन कोर्टव फुल लेंथ एथलेटिक ग्राउंड है. विश्वविद्यालय में छात्राओंं के लिए केवल एक बैडमिंटन कोर्ट मगध महिला कॉलेज में है. वहीं फुल लेंथ एथलेटिक ग्राउंड वीमेंस कॉलेज में है. एथलेटिक्स और बैडमिंटन से जुड़े मेंस वर्ग की टीम के लिए ट्रेनिंग की कोई सुविधा नहीं है. सायंस कॉलेज में बने एथलेटिक्स ग्राउंड मेट्रो निर्माण कार्य में अधिग्रहण कर लिया गया है. इसके अलावा बास्केट बॉल कोर्ट भी केवल मगध महिला कॉलेज, वीमेंस कॉलेज और बीएन कॉलेज में ही बनाया गया है.
बिना ट्रेनिंग ही टूर्नामेंट में भाग लेते हैं खिलाड़ी
ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी टूर्नामेंट में देश भर के विभिन्न यूनिवर्सिटी से खिलाड़ी विभिन्न खेलों में हिस्सा लेते हैं. दूसरे राज्यों से आने वाले खिलाड़ी पूरी तैयारी के साथ टूर्नामेंट में हिस्सा लेते हैं. वहीं पटना यूनिवर्सिटी की विभिन्न खेलोंं की टीम प्रशिक्षक के अभाव में बिना प्रैक्टिस व ट्रेनिंग कैंप के ही टूर्नामेंट में भाग लेते हैं जिसकी वजह से कई खेल में क्वालिफाइ करना भी मुश्किल हो जाता है.