Bihar Crime News: मधेपुरा के जगदीशपुर बाजार में एक वारंटी को पकड़ने गयी पुलिस को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया और पीट दिया. इस घटना में चार पुलिस कर्मी जख्मी हो गये. बंधक बनाये गये पदाधिकारी को छुड़ाने गये दारोगा रवींद्र राय व पुलिस पदाधिकारी उपेंद्र राम को भी ग्रामीणों ने बंधक बना लिया. ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एनएच-106 को जाम कर दिया. तीन घंटे बाद जाम खत्म हुआ और चार घंटे बाद पुलिस को ग्रामीणों ने छोड़ा.
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस पहले गिरफ्तार लोगों को छोड़े. जिले के वरीय पुलिस पदाधिकारी आयेंगे, तभी वे पुलिस पदाधिकारी को छोड़ेंगे. बंधक बनाये गये पुलिस पदाधिकारी उपेंद्र राम व दारोगा रवींद्र राय ने बताया कि जगदीशपुर बाजार में खाद-बीज का दुकान चलाने वाले विनय कुमार मेहता पर पैसा गबन करने को लेकर मामला दर्ज किया था. विनय कुमार मेहता पर वारंट न्यायालय से आया था. विनय को पकड़ने के लिए पुलिस गश्ती गाड़ी एसआइ राजेश कुमार व पुलिस बल के साथ पहुंची. वारंटी के परिजन ने तब पुलिस को बंधक बना लिया.
बताया कि अपने सहकर्मी को छुड़ाने पहुंचे दारोगा रवींद्र राय को भी बंधक बना लिया गया. इसी दौरान दूसरे मुकदमे की जांच करने पुलिस पदाधिकारी उपेंद्र राम जगदीशपुर बाजार पहुंचे, तो देखा कि पुलिस बल के साथ विनय कुमार मेहता, उनके परिजन व ग्रामीण झड़प कर रहे थे. बीच-बचाव करने पहुंचे, तो हमलोगों के साथ भी मारपीट पर उतारू हो गये. इसमें पुलिस पदाधिकारी उपेंद्र राम, रविंद्र राय, बिहार पुलिस के जवान रंजीत कुमार व महिला पुलिस अंजली कुमारी घायल हो गयी.
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मौका देख विनय कुमार मेहता दुकान से फरार हो गया. लगभग चार घंटे के बाद पुरैनी, फुलौत, आलमनगर सहित अन्य थानों की पुलिस जगदीशपुर बाजार पहुंची और बंधक बनाये गये दारोगा रविंद्र राय, पदाधिकारी उपेंद्र राम सहित पुलिस बल को सकुशल थाना लाया गया.
Posted By: Thakur Shaktilochan