Bihar News: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, योग गुरु स्वामी रामदेव और किशोर कुणाल 10 फरवरी को भागलपुर के कुप्पाघाट महर्षि मेंही आश्रम आने वाले हैं जहां परिसर स्थित सद्गुरु निवास का लोकार्पण कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. इस दौरान नेपाल, दिल्ली, हरियाणा व देशभर के अलग-अलग कोनों से संतों का आगमन जारी है.
कुप्पाघाट आश्रम में एक गुफा है जिसके बारे में हर कोई जानना चाहते हैं. दरअसल, इस गुफा के बारे में कहा जाता है कि महर्षि मेही परमहंस ने इसी गुफा में साधना की थी. मार्च 1933 से नवंबर 1934 तक इस गुफा में कठिन तपस्या उन्होंने की थी. यह गुफा आज भी लोगों के लिए एक रहस्य और कुप्पाघाट आस्था का केंद्र है. ऐसा बताया जाता है कि महर्षि को इसी गुफा में साधना के दौरान ईश्वर से साक्षात्कार हुआ था. उन्हें प्रकाश और ज्ञान की प्राप्ति यहां हुई थी.
इस गुफा को अक्सर बंद ही रखा जाता है. यह गुफा काफी रहस्यों को अपने अंदर समेटे हुए है. यह गुफा मुंगेर तक गयी है और अंदर प्रवेश करने के बाद लोग इसे आसानी से नहीं समझ पाते हैं कि कितनी जगहों पर ये अलग-अलग दिशा में निकली है. एक तरह यह भूलभूलैया ही है. बताया जाता है कि एक रास्ता इस गुफा के अंदर से विक्रमशिला तक भी जाता है. हालाकि इसका कोई प्रमाण नहीं है कि ये गुफा कब और किसने बनाई. जबकि इस गुफा के अंदर प्रवेश करने पर कोई घुटन वगैरह महसूस नहीं होता है.
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बता दें कि शुक्रवार को जब यहां मोहन भागवत, बाबा रामदेव व संतों का समूह जुटेगा तो यह गुफा भी आकर्षण का केंद्र होगा. इस गुफा के अंदर जाकर भी वो इसे देख सकते हैं. वहीं संघ प्रमुख के आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है. गंगा नदी में भी पहरा कड़ा रखा गया है.जबकि सड़क मार्ग पर भी सिक्युरिटी कड़ी है.
Posted By: Thakur Shaktilochan