Sawan 2023: बिहार के मंदिरों में सोमवार को भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है. सातवीं सोमवारी पर जलाभिषेक को श्रद्धालु उमड़ पड़े है. सावन की सातवीं सोमवारी पर बाबा गरीबनाथ मंदिर में जलाभिषेक के लिए रविवार शाम से ही कांवरियों का ताता लगने लगा. बाबा गरीबनाथ का जलाभिषेक रात 12 बजे से शुरू हुआ. उत्तर बिहार के साथ-साथ आसपास के जिलों और नेपाल के कांवरियों ने बाबा का जलाभिषेक किया. नाग पंचमी व सावन की सातवीं सोमवारी को लेकर रविवार शाम से ही काफी संख्या में कांवरिये पहुंचने लगे हैं. वहीं, प्रशासन की ओर से सुरक्षा के विशेष इंतजाम है. राज्य के अलग-अलग मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. यहां शिवालय हर- हर महादेव के नारों से गूंज उठा.
भागलपुर के अजगैवीनाथ मंदिर में तैनात पुलिस कर्मी को निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है. नगर के सभी शिवालयों में नाग पंचमी व सोमवारी को लेकर विशेष इंतजाम किये गये हैं. प्रशासन पूरी तरह चौकस है. भागलपुर के सुलतानगंज स्थित पवित्र उत्तरवाहिनी गंगा तट से सावन शुक्ल पक्ष चतुर्थी पर रविवार को लगभग 70 हजार कांवरिया देवघर रवाना हुए. घाट पर गोताखाेर व एसडीआरएफ टीम की तैनाती की गयी है. सातवीं सोमवारी पर जलार्पण के लिए कुल 8098 डाकबम प्रमाणपत्र लेकर बाबाधाम गये. सरकारी आंकड़ा के अनुसार 7907 पुरुष व 191 महिला डाकबम ने जल उठाया. साधारण कांवरिया 58,728 गंगा जल लेकर बाबाधाम गये. यह आंकड़ा शाम छह बजे तक का ही है. कांवरिया निरंतर बाबाधाम जा रहे हैं. कई स्थानों पर सेवा शिविर में कांवरिया की सेवा शरबत व फल से किया जा रहा था.
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सावन की सातवीं सोमवारी को डाक जल बाबा पर जलार्पण करने के लिए रविवार को डाक कांवरियों की काफी भीड़ गंगा तट पर उमड़ पडी. कांवरिया पथ पर डाक बम रुकते नहीं है. मान्यता है कि यदि वह रुके, तो उनकी यात्रा पूरी नहीं मानी जायेगी. एक जगह खड़ा होने के बाद भी उनके पैर चलते रहते है. प्रमाणपत्र लेने के बाद डाक कांवरियों को 24 घंटे में जलार्पण करना पड़ता है. रास्ते में डाक बम की सेवा के लिए कई शिविर खोले गये हैं. शिविर में कई प्रकार की सुविधाएं डाक बम को दी जा रही है. भक्त कहते हैं कि डाक जल चढ़ाने के बाद नौकरी में तरक्की मिली.
इधर, मुजफ्फरपुर में कमतौल के शिव पार्वती सेवा शिविर के प्रांगण में कांवरिया शिविर लगाया गया. जिसका उद्घाटन राज्य के उद्योग मंत्री समीर महासेठ ने किया. कांवरियों के लिये यहां चाय, बिस्कुट के साथ विश्राम की व्यवस्था है. गरीबनाथ सेवा मंच की ओर से सकरी चौक से आगे कांवरिया शिविर लगाया गया. मुजफ्फरपुर में इस सावन में पहली बार टावर चौक से गोला रोड तक लगे श्रावणी महोत्सव के मेले में रौनक दिखी. ऐसी कोई दुकान नहीं थी, जहां ग्राहकों की भीड़ न लगी हो. चाट, गोलगप्पे और फास्ट फूड के स्टॉल से लेकर खिलौने की दुकानों पर ग्राहकों का तांता लगा था. सावन की सातवीं सोमवारी को कई सेवा संगठनों ने शिविर लगा कर कांवरियों की सेवा की.
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इस सावन में पहली बार मेले में इतनी चहल-पहल थी. रविवार की देापहर में ही कांवरियों की भीड़ और स्थानीय लोगों के आवागमन को देख दुकानदारों के चेहरे खिले हुये थे. डीएन स्कूल रोड में फुटपाथ पर दोनों तरफ लगे शृंगार सामग्री की दुकानों पर महिलाओं की अच्छी भीड़ रही. इसके अलावा प्रसाद की दुकानों में भी ग्राहकों का तांता लगा रहा. कई कांवरियों ने जलाभिषेक से पहले ही चूरा, इलायचीदाना और पेड़ा की खरीदारी की. प्रसाद दुकानदार बताते है कि पिछले दो सोमवारी को पेड़ा फेंकना पड़ा, लेकिन इस बार उम्मीद है कि अच्छी बिक्री होगी. पिछले घाटे की भरपायी हो जायेगी. खिलौना विक्रेता का कहना है कि इस बार खिलौने की अच्छी बिक्री हो रही है. गुब्बारे के अलावा बंदूक, टेडीवियर, बर्तन सेट और गुड़िया की डिमांड अच्छी है. वहीं शृंगार सामग्री की दुकानों से हरे रंग की बिंदी, लहठी, आलता और सिंदूर की खरीदारी के लिये तांता लगा रहा.