एटीएम से धोखाधड़ी की बढ़ती घटना के बीच एसबीआइ ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है. अब अगर कोई दो व्यक्ति एटीएम में प्रवेश करेगा, तो उन्हें चेतावनी भरा संदेश सुनाई देगा. उन्हें एटीएम में दूरी बनाये रखने की आवाज सुनाई देगी. दरअसल, एसबीआइ ने एटीएम से सुरक्षित लेनदेन के लिए यह व्यवस्था की है. यानी, सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव किया है. नयी सिक्यूरिटी सिस्टम लागू की है. इसमें एक ऐसी डिवाइस लगायी गयी है, जो दो या इससे अधिक व्यक्तियों के एटीएम में प्रवेश करने के साथ वह इसकी पहचान कर लेगा और एटीएम में लगे स्पीकर बजने लगेगा. इसमें एक-दूसरे व्यक्ति से दूरी बनाने के लिए कहा जायेगा. ताकि, डेबिट कार्ड के नंबर की गोपनीयता बनी रहे. शहर में सबसे ज्यादा एटीएम एसबीआइ के लगे हैं. इसकी संख्या 50-60 के करीब है.
एसबीआइ ने अपने ग्राहकों को धोखाधड़ी से बचाने के लिए वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) पर आधारित कैश निकालने की व्यवस्था की है. एटीएम से 10 हजार या उससे अधिक की निकासी के लिए ओटीपी की आवश्यकता होगी. यह व्यवस्था अनधिकृत लेनदेन से ग्राहकों की सुरक्षा करेगी. इस व्यवस्था में ग्राहकों को 10 हजार या उससे अधिक के ट्रांजेक्शन को पूरा करने के दौरान ओटीपी डालना होगा. ओटीपी सिस्टम जनरेटेड चार अंकों की संख्या है, जिसे ग्राहकों के रजिटर्ड मोबाइल नंबर पर भेजा आयेगा. ओटीपी नकद निकासी को सत्यापित करेगा और केवल एक लेनदेन के लिए ही मान्य होगा.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भागलपुर के एजीएम अभिषेक श्रीवास्तव बताते हैं कि ग्राहकों को धोखाधड़ी से बचाने के लिए नयी सिक्यूरिटी सिस्टम लागू किया है. यह सिस्टम सभी एटीएम में सफलतापूर्वक इंस्टॉल कर दिया गया है. एटीएम में दो व्यक्ति के प्रवेश करने पर दूरी पालन करने का संदेश सुनाई देने लगेगा. इससे एटीएम कार्ड के नंबर की गोपनीयता बनी रहेगी.
चरण -1 : एसबीआइ एटीएम से नकद निकालते समय पास में अपना डेबिट कार्ड और मोबाइल फोन होना चाहिए.
चरण -2 : डेबिट कार्ड से निकासी राशि डालने के साथ एटीएम पिन डालते समय ओटीपी मांगा जायेगा. यह ओटीपी रजिटर्ड मोबाइल नंबर पर आयेगा.
चरण -3 : एटीएम में ओटीपी डालना होगा.
चरण -4 : ओटीपी डालने के बाद लेनदेन पूरा हो जायेगा.