बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) राज्य में पर्यटन की संभावनाओं का विकास करके एक इसे बड़े उद्योग के रुप में विकसीत कर रहे हैं. राजगीर के साथ अब राज्य के अन्य स्थानों पर भी धार्मिक और एतिहासिक महत्व के स्थलों का विकास किया जा रही है. इसी क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संभवत: इसी सप्ताह सिमरिया धाम के सौंदर्यीकरण का शुभारंभ करेंगे. जल संसाधन विभाग की इस परियोजना की अनुमानित लागत करीब 114.97 करोड़ रुपये है. इस योजना को राज्य कैबिनेट से पिछले दिनों मंजूरी मिल चुकी है.
इस परियोजना के तहत राजेंद्र सेतु और निर्माणाधीन छह लेन नये पुल के बीच करीब 550 मीटर लंबाई में रिवर एज प्रोटेक्शन कार्य के साथ सीढ़ी घाट का निर्माण किया जायेगा. सूत्रों के अनुसार इतना लंबा सीढ़ी घाट और रीवर फ्रंट गंगा आरती के लिए होगा. इस जगह स्नान घाट के साथ चेंजिंग रूम का निर्माण होगा. साथ ही स्नान घाट के समानांतर सुरक्षा व्यवस्था, धार्मिक अनुष्ठान के लिए मंडप का निर्माण, पार्क और श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था, शेडेड कैनोपी, पैदल पाथ-वे, वाच टावर, शौचालय, पार्किंग और प्रकाश व्यवस्था, धर्मशाला परिसर और प्रशासनिक भवन, पास में स्थित मुक्तिधाम का जीर्णोद्धार और आधुनिकीकरण किया जायेगा. खासकर कल्पवास मेला आयोजन के लिए निर्माणाधीन छह लेन पुल के निकट वाहन पार्किंग की व्यवस्था की जायेगी.
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नीतीश कुमार इससे पहले भी सिमरिया घाट का निरिक्षण कर चूके हैं. बताया जा रहा है कि सिमरिया घाट के विकास के बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आएंगे. इससे जिले के युवों के लिए रोजगार की बड़ी संभावनाओं का विकास होगा. इसे लेकर जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा है कि देश का सबसे सुंदर रीवर फ्रंट बिहार में बनेगा. उन्होंने कहा था कि हर की पौड़ी से भी सुंदर सिमरिया घाट को बनाया जाएगा.