देह व्यापार के उद्देश्य से शादी कर जाल में फंसाकर नेपाल से तस्करी कर राजस्थान ले जाए जा रहे एक 14 वर्षीय नाबालिक बच्ची को भारत-नेपाल की सुरक्षा में तैनात एसएसबी 20वीं बटालियन द्वारा बचपन बचाओ आंदोलन एवं प्रयास संस्था के सहयोग से तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया गया है. इसके साथ ही, शादी का झांसा देकर देह व्यापार के उद्देश्य से नाबालिग बच्ची को बेचने के गोरखधंधे का भी खुलासा किया गया है. इसमें महिला समेत तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार तस्करों में राजस्थान निवासी मो साजिद, नसीमा तथा नेपाल के रौतहट जिला निवासी मेराज अंसारी शामिल है.
मुक्त करायी गयी बच्ची नेपाल के रौतहट जिले की रहनेवाली है. पूछताछ में तीनों तस्कर ने बताया कि नसीमा नामक महिला ने देह व्यापार के लिए लड़की की तस्करी करने के लिए राजस्थान से नेपाल आकर बच्ची से शादी का ढोंग रचा. इसमें शादी के हैंडलर के रूप में नेपाल के मेराज ने अपने जाल में बच्ची के माता-पिता को फंसाया और नाबालिग बच्ची से शादी करवा दी. नसीमा अपने सहयोगियों के साथ मिलकर राजस्थान से नेपाल आकर गरीब घर की बच्चियों को बहला फुसलाकर ले जाती है. मुक्त करायी गयी बच्ची व गिरफ्तार तस्करों को बैरगनिया थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया है.
Also Read: बिहार: पूर्णिया के मधुबनी टीओपी प्रभारी को अपराधियों ने गोली मारी, गंभीर हालत में भर्ती
नेपाल जाकर नाबालिक लड़की से शादी करने वाले सीकर (राजस्थान) के रहने वाले मो साजिद ने बताया कि उसकी शादी 12 वर्ष पहले हो चुकी है और उसके चार बच्चे भी हैं. नवलगढ़ झुझनू की रहने वाली महिला नसीमा उसके मोहल्ले में किराए के मकान में रहती थी. उसने दूसरी शादी कराने का दबाव बनाकर शादी करवाने के 40 हजार रुपए लिए और उसकी शादी करवाने उसके साथ नेपाल आयी, जिसमें लाइनर के रूप में नेपाल के मो मिराज ने बच्ची के गरीब माता-पिता को अच्छी जगह शादी करवाने का झांसा देकर फंसाया. जब मो साजिद ने बच्ची से शादी का विरोध किया तो नसीमा ने उसे दिलासा दिया कि राजस्थान जाने पर वह लड़की को किसी और के हाथों बेच देगी.