सीवान के महाराजगंज अनुमंडल के लकड़ी नवीगंज प्रखण्ड के गांव ग्राम बाला में सोमवार को जिस जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हुई है, वह जहरीली शराब गांव के ही कुछ तस्करों ने उपलब्ध करायी थी. उसे बनाने के लिये दो सगे भाइयों ने सेनेटाइजर बनाने के नाम पर कोलकाता से स्प्रिट मंगायी थी. इस मामले में मुख्य आरोपी दोनों भाई, मुजफ्फरपुर के दो ट्रांसपोर्टर और शराब बनाने वाले 10 लोगों सहित 16 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. स्प्रिट के सप्लायर और कोलकाता के ट्रान्सपोर्टर की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है. यह जानकारी एडीजी मुख्यालय ने दी है. उन्होंने बताया कि एक टीम पश्चिम बंगाल भेजी गयी है. जिला प्रशासन के आला अधिकारी गांव में कैंप किये हुए हैं. डीआइजी ( एंटी डकैती ) सीआइडी फॉरेन्सिक टीम के साथ पहुंच गये हैं. मद्य निषेध इकाई पटना की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची है. पुलिस उप महानिरीक्षक भी घटनास्थल पर कैम्प कर रहे हैं. एडीजीपी ने सोमवार को प्रेस कान्फ्रेंस कर जहरीली शराब से पांच लोगों के मरने की पुष्टि की.
जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि अभी तक की जांच में मुख्य अभियुक्त के रूप में सीवान के दरौंदा के रहने वाले संदीप चौहान और उसके सगे भाई दीपक चौहान की पहचान हुई है. दोनों ने इथेनॉल बनाने वाली कोलकाता की कंपनी से स्प्रिट मंगायी थी. इस स्प्रिट को शराब बनाने के लिए बाला गांव निवासी मंटू बिन्द और उसके भाई सुरेंद्र बिन्द को दिया. इन दोनों ने यह शराब गांव के पांच व्यक्ति शंकर मांझी, धीरेन्द्र मांझी, नेता बिन्द, दुलमा रावत एवं नागेन्द्र मांझी को दी थी. एडीजी ने बताया कि मरने वालों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. जांच रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि किस तरह के पदार्थ के पीने से मौत हुई है.
पुलिस ने दरौंधा में स्प्रिट आपूर्तिकर्ता संदीप चौहान और दीपक चौहान निवासी को घर पर छापा मारकर गिरफ्तार किया. दोनों के पास से 50 लीटर स्प्रिट तथा एक बोरा फिटकरी बरामद की गयी है. दोनों से स्वीकार किया कि 18 जनवरी को मुजफ्फरपुर और कोलकाता से ट्रासपोर्ट के माध्यम से एथेनॉल मंगवाया गया था. इसके बाद मुजफ्फरपुर में छापेमारी कर सीवान के आदर्श नगर के रहने वाले ट्रांसपोर्टर दिनेश तिवारी और उत्तर प्रदेश के भदोही के नीरज दुबे को गिरफ्तार किया. चौहान भाइयों और कोलकाता की इथनॉल कंपनी के बीच में मध्यस्थता निभाने वाले मो. निसार को मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा इलाके से गिरफ्तार किया गया. ट्रांसपोर्ट से स्प्रिट को रिसीव जिस अर्जुन यादव ने किया था उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है.