पटना. स्पेशल विजिलेंस यूनिट (एसवीयू) ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में पूर्णिया के एसपी दयाशंकर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मंगलवार को एसपी आवास सहित एक दजर्न से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की. सूरज उगने के साथ शुरू हुई यह कार्रवाई देर शाम तक चली. एसवीयू ने कार्रवाई में आयकर विभाग की भी मदद ली है. एसपी के ठिकानों से लाखों का कैश के अलावा करोड़ों रुपये की अवैध संपत्ति और निवेश के दस्तावेज मिले हैं. एसपी के सुरक्षाकर्मी, रीडर सहित करीब आधा दर्जन पुलिस कर्मी-पदाधिकारियों पर भी कार्रवाई की गयी है. प्रारंभिक जांच में इस बात का प्रमाण मिला है कि एसपी ने रिश्वत का पैसा लेने के लिये गनर, रीडर थानेदार को अलग- अलग जिम्मेदारी दे रखी थी.
स्पेशल विजिलेंस यूनिट के एडीजी नैयर हसनैन खां ने बताया कि छापेमारी में अब तक काफी बेनामी संपत्ति उजागर हुई है. दयाशंकर ने अपना काफी पैसा रियल स्टेट के कारोबार में लगा रखा था. पटना में जिन बिल्डर के ठिकानों पर छापा मारा गया वहां इस बात के प्रमाण मिले हैं. दया शंकर, बिहार कैडर के 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. वह जगदीशपुर, भोजपुर में एसडीपीओ तथा शेखपुरा के एसपी रह चुके हैं. नियुक्ति के बाद 2016 से अब तक की उनकी पदस्थापना की उक्त अवधि के दौरान भ्रष्ट और अवैध तरीकों से अपने और आश्रितों के नाम पर 71 लाख 14 हजार 666 रुपये की संपत्ति आय के स्रोत से अधिक मिली है.
पटना में भी कई फ्लैट होने का संदेह है. दया शंकर ने अपने अधिकांश बड़ी अचल संपत्ति पत्नी एवं अन्य लोगों के नाम पर अर्जित कर रखी है. पटना में लगभग 90 लाख निवेश भूमि और फ्लैट में किया गया है. फ्लैट नंबर-201 और 203 विनसम एम्पायर, डी ब्लॉक, दानापुर इन संपत्तियों की आंतरिक साज-सज्जा पर लाखों रुपये खर्च किये गये. बैंक में 18,15,939 कैश मिला है. एसपी, पूर्णिया निवास से दो लाख 96 हजार रुपये तथा 28 लाख कीमत के सोने के आभूषण मिले हैं. बिस्किट फैक्ट्री रोड, पटना दुकान सीएस-01, सी ब्लॉक, विनसम एम्पायर, डी ब्लॉक, दानापुर से भी 1.52 लाख कैश और 35 लाख के आभूषण मिले हैं.