बिहार में शुक्रवार को आयोजित विपक्षी एकता की बैठक के बाद ऐसी चर्चा थी कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नाराज चल रहे हैं. मगर इन कयासों पर बिहार के उपमुख्यमंत्री ने पूर्णविराम लगा दिया. तेजस्वी यादव ने शनिवार को पटना से दिल्ली के लिए रवाना होने के क्रम में एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए विपक्षी नेताओं की बैठक में केजरीवाल के नाराजगी और कांग्रेस से दूरी पर पूछे सवाल का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि कहा कि विपक्ष की बैठक में कश्मीर से कन्याकुमारी तक के नेता मौजूद रहे. हमने फासीवादी ताकतों के खिलाफ एकजुट रहने का फैसला किया है. हम लोगों की मांग के अनुसार एकजुट हुए हैं. यह लोगों का चुनाव है. कोई नाराज नहीं है और बैठक सार्थक रही.
एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि बैठक काफी अच्छी रही. किसी को कुछ नहीं कहना है. अगली बैठक शिमला होने वाली है. उसके बाद कैसे क्या रणनीति बनेगी उस पर प्रोग्राम बनेगा. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ये ऐतिहासिक बैठक रही है. बिहार की धरती ज्ञान की धरती है. यहीं से लोकतंत्र का जन्म हुआ. यहां से बड़े-बड़े आनंदोलन और परिवर्तन हुए हैं. चाहे चंपारण में हुए आंदोलन से परिवर्तन हुआ हो या इमरजेंसी के खिलाफ जेपी का आदोलन. सब ने देश में तक पहुंच बनायी. सबने एकमत होकर गोल बंद होने का ऐलान किया.
Also Read: Patna Opposition Meeting: विपक्षी एकता की बैठक पर बिहार में पोस्टर वार, राहुल गांधी को बताया ‘देवदास’
तेजस्वी यादव ने कहा कि इस बार का चुनाव देश का चुनाव होगा. बैठक में शामिल दल अपने हित में नहीं बल्कि, जनता की मांगों को लेकर एकजुट हुए हैं. जनता पीएम मोदी की बात नहीं करना चाहती. अगला चुनाव जनता का चुनाव होगा, किसी व्यक्ति विशेष का चुनाव नहीं होगा. गृहमंत्री अमित शाह के फोटो सेशन वाले बयान पर उन्होंने कहा कि वो लोग यही करते हैं. उनका यही काम है. हम जनता के हित में एकजुट हुए हैं. ऐसे में भाजपा नेताओं की बात का कोई मतलब नहीं है. बताया जा रहा है कि शनिवार को तेजस्वी यादव सीएम नीतीश कुमार से मिलने पहुंचे. इसके बाद वो वहां से तुरंत दिल्ली के लिए रवाना हो गए.