Bihar Politics: बिहार में सियासी उलटफेर हुआ और फिर एकबार महागठबंधन की सरकार बन गयी. लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव (tejashwi Yadav) जो कल तक बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में रहे वो अब दूसरी बार बिहार के उपमुख्यमंत्री बन गये हैं. अपने समर्थकों को उन्होंने टास्क भी दे दिया है.
डिप्टी सीएम बनते ही तेजस्वी यादव ने अपने समर्थकों को संदेश दिया है कि वो जश्न के बदले अपने काम में लग जाएं. गरीब-गुरबा को गले लगाएं व उनकी समस्या का समाधान करें. तेजस्वी अपने नेतृत्व में एक ऐसा राजद बनाने को प्रयासरत दिखते रहे हैं जो अपनी पुरानी पहचान के गलत अंश को दूर छोड़ आए.
बिहार की सियासत में बड़ा उलटफेर हुआ है. जदयू ने एनडीए से खुद को अलग करके महागठबंधन का साथ पकड़ लिया. कल तक सत्ता में काबिज भाजपा अब बिहार विधानसभा में विपक्षी दल बन गयी. जबकि कल तक विपक्ष में बैठी राजद, कांग्रेस व वामदल अब सत्ताधारी पार्टी हो चुकी है. तेजस्वी यादव फिर से उपमुख्यमंत्री बने हैं.
बताते चलें कि राजद की स्थापना के 25 साल पूरे हो चुके हैं. लालू यादव व राबड़ी देवी के नेतृत्व में चली इस पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल पर सवाल उठते रहे हैं. आज भी सियासी दलें जंगलराज का नाम लेकर ही राजद पर हमला बोलती है. पार्टी की कमान जब तेजस्वी यादव के हाथों में सौंपी गयी तो तेजस्वी अब एक नये सिरे से साफ-सुथरे अध्याय के साथ पार्टी व सरकार में अपने नेतृत्व की पहचान बनाने के प्रयास में दिखते हैं.
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राजद 2005 के बाद एक दशक तक हाशिए पर ही रहा. लेकिन जब कमान तेजस्वी के हाथों में सौंपी गयी तो उन्होंने काफी अच्छे तरीके से इस चैलेंज को लिया और काफी हदतक इसपर खरे उतरे हैं. तेजस्वी ने उस समय राजद की कमान संभाली जब राजद पतन के दौर से गुजर रहा था. वहीं लालू प्रसाद यादव की बिगड़ती सेहत के कारण तेजस्वी को उनका साथ भी भरपुर नहीं मिल सका. तेजस्वी ने पिछले चुनाव में लालू-राबड़ी की तस्वीरें भी पोस्टर से हटवा दी थी ताकि नइ पीढ़ी के नये संदेश वाला राजद सबके सामने रहे.
Posted By: Thakur Shaktilochan