बिहार में यूरिया खाद लेने के लिए किसानों को जद्दोजहद करना पड़ रहा है. शुक्रवार को मुंगेर जिले के विभिन्न प्रखंडों में यूरिया खाद लेने के लिए सैकड़ों किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी. खाद लेने के क्रम में स्थित यह हो गई कि किसानों के बीच धक्का-मुक्की होने लगी और स्थिति अनियंत्रित हो गई. खड़गपुर में जहां किसानों ने पथराव किया. वहीं मुंगेर सदर में पुलिस बल की तैनाती कर खाद का वितरण कराया गया. सुपौल में भी किसानों के बीच मारामारी देखने को मिली.
रबी फसल के लिए दानेदार यूरिया खाद की अहम जरूरत को देखते हुए शुक्रवार की अहले सुबह प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित बिस्कोमान भवन में प्रखंड क्षेत्र के हजारों किसान पहुंचे. जहां सैकड़ों महिला व पुरुष किसान खाद को लेकर जद्दोजहद करते हुए कतारबद्ध हो गये. जबकि किसानों की भीड़ को नियंत्रण करने के लिए पुलिस की तैनाती की गई थी. लेकिन कुछ देर बाद भीड़ बेकाबू हो गयी और पथराव होने लगा. जिससे अफरा-तफरी मच गयी. वहीं पुलिस मूकदर्शक बनी रही. हालांकि बाद में स्थिति को नियंत्रित किया गया.
किसानों ने बताया कि खाद मिलने की खबर को लेकर प्रखंड क्षेत्र के 18 पंचायत के सैंकड़ों गांवों के किसान सुबह से ही बिस्कोमान पहुंच गए. सुबह से शाम तक इंतजार भी किया, लेकिन उन्हें बिना खाद के ही निराश होकर वापस घर लौटना पड़ा. किसान कृष्णदेव यादव ने बताया कि वे सुबह सात बजे खाद लेने पहुंचे थे. छह घंटा कतार में भी खड़े रहे. लेकिन पथराव होने के कारण उन्हें खाद नहीं मिल पाया.
Also Read: बिहार में भारत-नेपाल सीमा सील, जोगबनी में केवल इन लोगों को मिल रही प्रवेश की अनुमति, जानें वजह…बताया गया कि बिस्कोमान भवन में बुधवार को 1100 बोरा खाद की आपूर्ति हुई थी. जिसका वितरण शुक्रवार को होना है. इस बाबत प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजीव रंजन ने बताया कि जितना खाद का डिमांड किया जाता है. उस अनुरूप खाद की आपूर्ति नहीं की जाती है. इस बार 5500 बोरा यूरिया खाद का डिमांड किया गया था. लेकिन मात्र 1100 बोरा खाद की आपूर्ति की गई. इस वजह से सभी किसानों को खाद नहीं मिल पाया.
सदर प्रखंड के बिस्कोमान भवन में यूरिया खाद लेने के लिए काफी संख्या में किसान पहुंच गए. सुबह 6: बजे से लेकर शाम 5:00 बजे तक किसानों की एक जैसी भीड़ रही. खाद नहीं मिलने पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया. हालांकि वितरण व्यवस्था में कर्मियों की कमी भी एक कारण रही.
सुपौल जिले में सरायगढ़ के भपटियाही बाजार में शुक्रवार को यूरिया के लिए किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी. श्री राम ट्रेडर्स के पास मात्र 50 बोरी खाद उपलब्ध था. जबकि सैकड़ों किसानों की भीड़ जमा हो गयी. यूरिया नहीं मिलने के कारण किसानों को बैरंग वापस घर लौटना पड़ा. जिसके कारण किसानों में काफी आक्रोश व्याप्त था.
किसानों का कहना था कि प्रखंड क्षेत्र में 15 लाइसेंसी खाद दुकान हैं. लेकिन किसी एक दुकानदार को 50 से 100 बोरी यूरिया उपलब्ध करा दी जाती है. जिसके कारण किसानों को यूरिया उपलब्ध नहीं हो पा रहा है.
छातापुर प्रखंड क्षेत्र के भीमपुर स्थित बाबा ट्रेडर्स व निभा ट्रेडर्स पर गुरुवार को यूरिया लेने के लिए किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी. हालांकि भीड़ को लेकर दुकानदारों को कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ा. बाबा ट्रेडर्स के प्रोपराइटर अजय मेहता ने बताया कि विभाग की ओर से उन्हें दो सौ बैग यूरिया आवंटित किया गया था. लेकिन यूरिया लेने के लिए लगभग 500 किसानों की भीड़ उमड़ पड़ी थी. किसी तरह से पुलिस प्रसाशन, पूर्व जिप सदस्य अशोक मेहता व स्थानीय मीडिया कर्मी के अथक प्रयास के बावजूद किसानों के बीच 200 बैग यूरिया का वितरण कराया गया.
Posted By: Thakur Shaktilochan