बिहार में अब किडनी के बाद मरीजों का गर्भाशय निकालने का मामला सामने आया है. पश्चिम चंपारण जिले के रामनगर में ये सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां एक नर्सिंग होम में मरीजों के गर्भाशय निकाल लिये जाने की शिकायत सामने आयी है. इस नर्सिंग होम में एक या दो नहीं बल्कि पूरे आधा दर्जन से अधिक मरीजों के साथ ये करतूत की गयी है. वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद स्पेशल टीम ने दबिश डाली तो नर्सिंग होम संचालक फरार हो गया.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रामनगर में एक प्राइवेट नर्सिंग होम में आधा दर्जन से अधिक मरीज ऐसे मिले जिनका गर्भाशय बेवजह निकाल दिया गया था. दरअसल, इन मरीजों के आंखों में धूल झोंककर ये किया गया. ऑपरेशन और डिलीवरी के नाम पर इनके साथ इस कारनामे को अंजाम दिया गया. वहीं अस्पताल को फौरन सील कर दिया गया. गर्भाशय निकाले जाने की शिकायत पर ताबड़तोड़ छापेमारी की गयी.
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राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की सूचना पर डीएम के निर्देश पर टीम गठित की गयी. जिसने सोमवार को बगहा के प्राइवेट नर्सिंग होम में ताबड़तोड़ छापेमारी की. रामनगर के करीब 11 नर्सिंग होम और अल्ट्रासाउंड सेंटरों को सील किये जाने की सूचना है. अब प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी चल रही है. ओम साईं प्राइवेट नर्सिंग होम से 11 मरीजों को जिला अस्पताल में भेजा गया. इन सभी मरीजों का ऑपरेशन किया गया था.
रामनगर के पीएचसी प्रभारी डॉ. चंद्रभूषण, प्रखंड विकास पदाधिकारी चंद्रगुप्त बैठा, अंचलाधिकारी विनोद कुमार मिश्र, पुलिस निरीक्षक सह थानेदार अनंत राम, अस्पताल प्रबंधक विनोद कुमार सिंह समेत अस्पताल के कइ कर्मी इस छापेमारी में शामिल थे.
Posted By: Thakur Shaktilochan