बिहारशरीफ. बिहार के प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली रोकने, पारदर्शिता लाने, नई वैकेंसी निकालने जैसी 12 सूत्री मांगों को लेकर शुक्रवार को बिहार शरीफ के श्रम कल्याण मैदान में छात्रों ने आंदोलन किया. राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के बैनर तले छात्रों ने आंदोलन शुरू किया. राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के अध्यक्ष दिलीप कुमार के नेतृत्व में सैकड़ों छात्र सड़क मार्च करते हुए श्रम कल्याण मैदान पहुंचे. श्रम कल्याण मैदान में सभी छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया.
दिलीप कुमार ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यह आंदोलन सरकार से 12 सूत्री मांगों को लागू करने के लिए किया जा रहा है. दिलीप कुमार ने कहा कि प्राचीन काल से ही नालंदा ज्ञान की धरती रही है, जहां प्राचीन काल में पूरी दुनिया से लोग आकर शिक्षा लेते थे. हमें नालंदा का वह ऐतिहासिक गौरवशाली इतिहास लौटाना है. इसलिए नालंदा से ही शिक्षा सुधार एवं रोजगार अभियान की शुरुआत किया गया है. इस अभियान के तहत हस्ताक्षर अभियान हर जिले में बारी-बारी से चलाया जाएगा. इसकी शुरुआत नालंदा से हुई है.
पूरे बिहार से एक लाख स्टूडेंट्स का हस्ताक्षर कराकर मुख्यमंत्री, राज्यपाल, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और समस्त मीडिया को सौंपा जाएगा, इसके बाद भी सरकार इन मांगों को नहीं लागू करती है तो राजधानी पटना के गांधी मैदान में एक लाख से अधिक स्टूडेंट्स आंदोलन करेंगे. इस आंदोलन में आए अजयपुर गांव के निवासी अमरदीप उर्फ पंकज ने कहा कि हमलोग इस आंदोलन और अभियान का समर्थन करते हैं, क्योंकि यह अभियान बिहार के स्टूडेंट्स के हित के लिए है. राज, सुबोध,संदीप, अनिष श्रीवास्तव,कुन्दन, रवि प्रकाश, अविनाश सहित सैकड़ों छात्र आंदोलन मे शामिल हुए.