बोकारो (सुनील तिवारी) : बोकारो स्टील प्लांट के कर्मी अब ट्रांसफर के लिये ‘केयर पोर्टल’ पर ऑनलाइन आवेदन कर रहे हैं. इससे समय की बचत के साथ-साथ कई तरह की परेशानियों से कर्मी को सामना नहीं करना पड़ रहा है. बीएसएल सहित सेल के सभी अधिकारी कर्मचारियों के लिए ट्रांसफर की प्रक्रिया को प्रबंधन ने सरल कर दिया है.
सेल ने इसके लिए केयर पोर्टल तैयार किया है. कर्मियों को सुविधा देने के लिये सेल चेयरमैन ने अक्तूबर के दूसरे सप्ताह में इसका उद्घाटन किया था. अब नये प्रक्रिया में सभी कुछ ऑनलाइन कर दिया गया है. प्रत्येक चरण में अनुमोदन के लिये समय निश्चित भी कर दिया गया है. आवेदनकर्ता अपने लॉग इन आईडी द्वारा प्रत्येक चरण की वास्तविक स्थिति को खुद देख सकता है. कई स्तरों पर मूल्यांकन के बाद कमेटी अनुमोदन करेगी.
आवेदनकर्ताओं की ओर से इस प्रक्रिया के दौरान किसी भी तरह का बाहरी दबाव डलवाने पर उनके आवेदन को अस्वीकृत कर दिया जायेगा. साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जायेगी. आपको बता दें कि ट्रांसफर की पुरानी प्रक्रिया में कार्मिक को लिखित आवेदन देना होता था. आवेदन फाइल करने के बाद विभिन्न वरिष्ठ अधिकारियों की अनुशंसा प्राप्त होते-होते कॉरपोरेट ऑफिस के सीटीसी कमेटी के पास मूल्यांकन व अनुमोदन के लिए जाता था. इस प्रक्रिया में काफी समय लगता था. जिन कार्मिकों ने पहले से लिखित आवेदन दे रखा है, उन आवेदनों को रद्द समझा जायेगा. उन्हें नयी प्रक्रिया के तहत आवेदन देना होगा. गाइडलाइन भी जारी कर दी गयी है.
केयर पोर्टल में सेल कार्मिक को चुने गये स्थान पर स्थानांतरण के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की सुविधा दी गयी है. इसमें दूसरे यूनिट के कार्मिकों के साथ म्युचुअल ट्रांसफर के साथ-साथ पारिवारिक परेशानी के आधार पर ट्रांसफर के लिए आवेदन कर सकते हैं. म्युचुअल व प्लांट स्तर के मामले में सहानुभूति ट्रांसफर के लिए जैसे पत्नी की खास लोकेशन में नौकरी या किसी प्लांट, माइंस जैसे स्थानों के लिए अधिकतम समयकाल तक का प्रावधान रखा गया है.
केयर पोर्टल के माध्यम से ट्रांसफर के लिये खास प्रयोजन जैसे बच्चे की बारहवीं स्तर तक की पढ़ाई, पारिवारिक सदस्यों की गंभीर बीमारी, दुर्घटना जैसे कारणों के आधार पर मेट्रो शहरो में ट्रांसफर किया जायेगा. इसकी अवधि अधिकतम दो वर्ष रखी गयी है. इसके लिए संबंधित यूनिट के इंट्रानेट पर ऑनलाइन आवेदन का लिंक दिया जायेगा. जहां से बीएसएल-सेल कार्मिक आवेदन दे सकते हैं. इससे कर्मियों को सुविधा होगी. इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा.
Posted By : Guru Swarup Mishra