चास : बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व बोकारो के पूर्व विधायक अकलू राम महतो (79) पंचतत्व में विलीन हो गये. कल शुक्रवार की सुबह चार बजे बोकारो जेनरल अस्पताल में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया था. वे काफी दिनों से बीमार चल रहे थे. परिजनों ने 25 नवंबर को बोकारो जेनरल अस्पताल में भर्ती कराया था. उनका शव पैतृक गांव चिताही से चास प्रखंड के चौरा गांव लाया गया. यहीं से गरगा नदी श्मशान घाट तक निकली शव यात्रा में चास -बोकारो के लोगों के अलावा सैकड़ों समर्थक शामिल हुए. यहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. अपरसमाहर्ता बोकारो विजय कुमार गुप्ता के नेतृत्व में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. उनके बड़े पुत्र संतोष कुमार महतो ने मुखाग्नि दी.
अकलू राम महतो व समरेश सिंह की राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता पांच दशक से पुरानी थी, पर दोनों के पारिवारिक संबंध मधुर थे. इन दोनों की जोड़ी को राम-लखन की जोड़ी माना जाता था. अकलू राम महतो हमेशा ही समरेश सिंह को अपना बड़ा भाई मानते थे. दोनों परिवार एक-दूसरे के सुख-दुख में हमेशा शामिल रहते थे. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इनके निधन पर शोक व्यक्त किया है.
Also Read: असम में अख्तर बनकर मुस्लिम युवती से शादी रचानेवाला झारखंड का बुद्धदेव अब धर्म परिवर्तन का क्यों डाल रहा दबाव, पढ़िए ये रिपोर्टअकलू राम महतो कई बीमारियों से ग्रसित थे. 10 वर्ष पूर्व इनकी हार्ट सर्जरी हुई थी. किडनी रोग से भी ग्रस्त थे. इधर, कुछ दिनों से फेफड़े में पानी भी आ गया था. इसके अलावा डायबिटीज व ब्लड प्रेशर के भी पेशेंट थे. उनका इलाज काफी दिनों से बीजीएच, रांची व कोलकाता के अस्पतालों में चल रहा था. छोटे पुत्र राजेश कुमार महतो ने बताया कि बेहतर इलाज के लिए शुक्रवार को रांची ले जाना था. इससे पहले ही उनका निधन हो गया.
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