गांधीनगर (बोकारो): गांधीनगर थाना क्षेत्र की बेरमो पश्चिमी पंचायत की रहने वाली एक 16 वर्षीया नाबालिग पंजाब के एक युवक के जाल में फंसने से बच गयी. निमियाघाट थाना की पुलिस ने लड़की को इसरी पारसनाथ स्टेशन के पास से बरामद कर उसके परिजनों को सौंप दिया है, जबकि युवक व उसका तथाकथित पिता निमियाघाट थाना में हैं. मामले में लड़की तथा उसके परिजनों से सीडब्ल्यूसी (बाल कल्याण समिति) बोकारो की टीम पूछताछ कर रही है.
क्या है मामला
लड़की की मां दिहाड़ी मजदूरी करती है. उसने बताया कि उसकी पुत्री आठवीं कक्षा की छात्रा है और किसी फ्री फायर एप से गेम खेलने के दौरान उसकी दोस्ती पंजाब के एक युवक कुलदीप सिंह से हो गयी थी. दोनों के बीच बातचीत का सिलसिला चल पड़ा. इसी बीच बहला-फुसला कर कुलदीप ने उसे घर से भागने की सलाह दी. मेरी पुत्री सात जून को घर में बिना किसी को बताए स्कूल ड्रेस में ही चंद्रपुरा स्टेशन पहुंची, जहां पर कुलदीप तथा तथाकथित उसके पिता इंतजार कर रहे थे. मेरी पुत्री के वहां पहुंचते ही उसने उसका मोबाइल स्विच ऑफ करवा दिया और उसे ट्रेन से बोकारो स्टेशन ले गये. फिर वहां से वे लोग मेरी पुत्री को लेकर ऑटो से इसरी पारसनाथ स्टेशन ले जा रहे थे. इसी दौरान एक ऑटो चालक को शक हुआ तो वह उक्त युवक और उसके साथ जा रहे व्यक्ति से इसरी पारसनाथ स्टेशन के पास पूछताछ करने लगा. इसके बाद वहां भीड़ जुट गयी.
की जा रही है पूछताछ
लोगों ने युवक तथा उस व्यक्ति की पिटाई कर दी. मामले की सूचना पर वहां निमियाघाट थाना की पुलिस पहुंच गयी और सभी को थाना ले गयी. फिर वहां से गांधीनगर थाना को सूचित किया गया. इसके बाद लड़की को परिजनों को सौंप दिया गया और मामला सीडब्ल्यूसी गिरिडीह के पास भेज दिया गया. वहां से मामला बोकारो सीडब्ल्यूसी में स्थानांतरित कर दिया गया. बोकारो सीडब्ल्यूसी की टीम ने किशोरी के परिजनों को बोकारो बुलाकर पूछताछ शुरू कर दी है. बाल कल्याण समिति, बोकारो जिला के अध्यक्ष शंकर रवानी ने कहा कि किशोरी, उसकी माता व परिजनों को बुलाकर पूरे मामले की जांच की जा रही है. लड़का पंजाब का रहने वाला है. उसकी सारी जानकारी ली जा रही है.