Jharkhand News: नेशनल ज्वाइंट कमेटी ऑफ स्टील (National Joint Committee of Steel- NJCS) की 293वीं बैठक नयी दिल्ली में हुई. बैठक में वेज रिवीजन के बचे हुए मुद्दे समेत ठेका मजदूरों के वेज रिवीजन पर चर्चा हुई. सेल प्रबंधन की ओर से कहा गया कि पे-स्केल पर हुए निर्णय को जल्दी ही लागू किया जायेगा. साथ ही बैठक में तय हुआ कि नियमित कर्मचारियों के बचे हुए मुद्दे एवं ठेका मजदूरों के वेज रिवीजन का निर्णय NJCS की सब कमिटी में होगी. तीन महीने के अंदर अंतिम निर्णय लेकर मामले को पूरी तरह निष्पादित कर दिया जायेगा. नाइट एलांउस को भी इसी तीन महीने में सब कमेटी में फाइनल कर दिया जायेगा.
किस्तों में मिलेगा 39 माह का एरियर
बैठक में यूनियन की डिमांड पर सेल प्रबंधन की ओर से कहा गया कि सभी मजदूरों को 39 माह का एरियर दिया जायेगा. सब कमेटी की बैठक मे तय होगा कि कितनी किस्तों में एरियर मिलेगा. सब कमेटी की पहली बैठक अगस्त के पहले सप्ताह में होगी. सेल प्रबंधन ने स्थानांतरित एवं निलंबित कर्मियों पर कहा कि यह यूनिट स्तर का मामला है. इसका फैसला डायरेक्टर इंचार्ज को लेना है. प्रबंधन की ओर से कहा गया कि आयकर में बचत के लिए पर्क्स में कैफेटेरिया एप्रोच को लागू किया जायेगा. एस-12 ग्रेड के समायोजन के लिए भी सब कमेटी में विचार किया जायेगा.
अलग सब कमेटी समानांतर रूप से आने वाले तीन महीने में फैसला लेगी
बैठक में इंटक, एटक, सीटू, एचएमएस व बीएमएस के प्रतिनिधि शामिल हुए. बैठक की जानकारी देते हुए क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ (एचएमएस) के महामंत्री सह सदस्य एनजेसीएस राजेंद्र सिंह ने बताया कि ठेका मजदूरों के रिवीजन और अन्य सुविधाओं के लिए एक अलग सब कमेटी समानांतर रूप से आने वाले तीन महीने में ही अंतिम फैसला लेगी. यहां उल्लेखनीय है कि एनजेसीएस की अक्टूबर-2021 में हुई बैठक में सेल-बीएसएल के कर्मचारियों का वेतन समझौता किया गया था. प्रबंधन ने कहा था कि एक-दो माह के भीतर ही पे-स्केल तैयार कर इसे लागू कर दिया जायेगा.
बैठक में ग्रेच्यूटी सिलिंग को लेकर काफी देर तक होता रहा हल्ला-हंगामा
बैठक में शामिल यूनियन प्रतिनिधियों ने ग्रेच्यूटी सिलिंग का एक स्वर में विरोध किया. कहा कि प्रबंधन यह फैसला वापस ले. एनजेसीएस को संज्ञान में लाये बिना एकतरफा फैसला लेकर ग्रेच्यूटी सिलिंग लगायी गयी है. इसे किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जायेगा. इस बात को लेकर हल्ला-हंगामा भी हुआ. प्रबंधन ने इसपर चुप्पी साध ली. पदनाम के मुद्दे पर प्रबंधन की ओर से कहा गया कि बहुत जल्द पदनाम कमेटी की बैठक होगी. सब कमेटी में तय हो चुके पे-स्केल पर सभी यूनियनों ने सहमति जतायी. प्रशिक्षण काल को जोड़ने की मांग पर प्रबंधन ने कहा कि इसकी जांच करायी जायेगी.
बैठक शुरू होने से पहले सेल के उत्पादन, फाइनेंस, बाजार आदि पर चर्चा
बैठक में इंटक से डॉ संजीवा रेड्डी, संजय कुमार सिंह, वंश बहादुर सिंह, एसके बघेल, बीएन चौबे, हरजीत सिंह, सीटू से तपन सेन, ललित मोहन मिश्रा, एटक से डी. आदिनारायण, कमलजीत मान, विनोद सोनी, एचएमएस से एचएस मिश्रा, संजय वधावकर, राजेंद्र प्रसाद व बीएमएस से रवि शंकर सिंह समेत अन्य सदस्य शामिल हुए. बैठक शुरू होने से पहले सेल के उत्पादन, फाइनेंस, बाजार आदि पर चर्चा सेल प्रबंधन की ओर से की गयी. इसके अलावा अन्य लंबित मुद्दों पर भी चर्चा हुई. प्रबंधन ने कहा कि सभी मुद्दे सब-कमेटी के पास है. सभी पर चर्चा की जा रही है.
एमओयू के दौरान ही पे-स्केल का निर्धारण कर लिया जाना चाहिए था
पे-स्केल के लिए एनजेसीएस की सब-कमेटी भी बनी. लेकिन, मामला अभी तक अटका हुआ है. फरवरी 2022 में एनजेसीएस सब-कमेटी की बैठक बुलायी गयी, जिसमें पे-स्केल का निर्धारण कर दिया गया. लेकिन, अभी तक इसे लागू नहीं किया गया है. अब एक बार फिर यह अगस्त तक के लिए टल गया है. इसके कारण बीएसएल कर्मियों को अब तक वेतन समझौते का लाभ नहीं मिल पा रहा. कर्मियों का का कहना है कि एमओयू के दौरान ही पे-स्केल का निर्धारण कर लिया जाना था. जिससे मामला लंबित नहीं होता. उधर, 39 माह के बकाया एरियर का भुगतान भी नहीं हो पाया है.
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रिपोर्ट : सुनील तिवारी, बोकारो.