Jharkhand News: बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अतंर्गत वारीडारी पंचायत के तिरला गांव में युवा किसान लोकनाथ प्रसाद तीन एकड़ बंजर व पथरीली जमीन में चना की खेती कर आत्मनिर्भर बन रहे हैं. वे कहते हैं कि गांव के निकट परती व बंजर भूमि को उन्होंने दो साल पूर्व समतल कर कृषि योग्य बना दिया और चना की खेती से शुरुआत की. इसकी अच्छी उपज हुई. श्री प्रसाद कहते हैं कि सिंचाई की समस्या है. चना के लिए वे काफी दूर से तालाब से पानी पाइप के माध्यम से लाते हैं. इस पर लगभग 40 हजार रुपये खर्च किये. सिंचाई की अच्छी सुविधा मिले, तो वे खेती से अच्छी आय कर सकते हैं.
किसान लोकनाथ प्रसाद का कहना है कि कृषि के लिये उनके पास फिलहाल तीन एकड़ भूमि है. अपनी मेहनत से इन्होंने इसे कृषि योग्य बनाया है. सिंचाई की अच्छी व्यवस्था हो तो मौसम के अनुरूप फसल उगायी जा सकती है. उन्होंने स्थानीय विधायक डॉ लंबोदर महतो से कृषि के लिए डीप बोरिंग की मांग की है. चना की खेती के लिए आत्मा (कृषि विभाग) द्वारा 60 किलो चना कृषक मित्र काशीनाथ महतो के माध्यम से बीज मुहैया कराया गया था तथा 20 किलो के आसपास अपने से लगाये कुल 80 किलो चना का बीज बोये हैं. इसमें 50 से 60 क्विंटल चना होने की उम्मीद है.
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बोकारो जिला कृषि विभाग के उपपरियोजना निदेशक राजन मिश्रा का कहना है कि कृषि का विकास और कैसे हो इस पर विभाग के वरीय पदाधिकारियों को जानकारी देकर कमियों को दूर करने का प्रयास किया जायेगा.
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रिपोर्ट: नागेश्वर