Happy Mother’s Day 2021 बोकारो न्यूज (रंजीत कुमार) : कोरोना के बढ़ते संक्रमण का दौर है. हर कोई घर में कैद है. बाहर निकलने से पहले घरवालों के बारे में सोचता है. एक मां अपने बच्चे को छोड़कर तो कतई कोरोना के दौर में बाहर नहीं जाना चाहेगी. मां तो मां होती है, पर सवाल दूसरे की जान की हो, तो एक चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी कभी समझौता नहीं करते. अपने पेशे के प्रति वफादारी निभाने के लिए घर से बाहर निकलते ही हैं. 30 वर्षीया नर्स सफीना खातून भी अपना फर्ज बखूबी निभा रही हैं. सफीना को कोरोना से डर नहीं लगता. बस अपने छह माह की बच्ची और अस्पताल में इलाजरत कोरोना मरीजों की चिंता सताती है.
सफीना बोकारो के सेक्टर नौ की रहने वाली हैं. रोजाना सुबह आठ बजे को-ऑपरेटिव कॉलोनी स्थित कृष्णा नर्सिंग होम आती हैं. पीपीइ किट पहनकर कोविड वार्ड में चली जाती हैं. कोविड मरीजों की सेवा में जुट जाती हैं. खुद के इच्छा के अनुसार देर शाम तक ड्यूटी करती हैं. सफीना कहती हैं कि हर दिन सुबह बेटी को सोते छोड़कर ड्यूटी पर निकल जाती हूं. जिस दिन जगी रहती है, गोद में रहने की जिद करती है. कोरोना आज है कल खत्म हो जायेगा. डरना क्यूं है.
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